भारतीय क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे ने एक भावुक और प्रेरणादायक फैसले के साथ मुंबई क्रिकेट टीम की कप्तानी छोड़ने की घोषणा की है। 37 वर्षीय इस स्टार खिलाड़ी ने एक्स पर एक लंबे पोस्ट में अपने दिल की बात साझा करते हुए कहा कि अब समय है नई पीढ़ी को नेतृत्व की जिम्मेदारी सौंपने का। लेकिन क्या ये उनके क्रिकेट सफर का अंत है? बिल्कुल नहीं! रहाणे बतौर खिलाड़ी मुंबई के लिए और ट्रॉफियां जीतने को तैयार हैं। आइए, जानते हैं इस फैसले और उनके शानदार करियर की कहानी।
कप्तानी का गौरवशाली अध्याय
रहाणे ने मुंबई को अपनी कप्तानी में कई यादगार जीत दिलाई। पिछले सीजन में सयैद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उनकी अगुवाई में मुंबई ने खिताब पर कब्जा किया, जहां वे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी भी रहे। 2023-24 में रणजी ट्रॉफी में भी उन्होंने मुंबई को सात साल बाद चैंपियन बनाया, जब वानखेड़े स्टेडियम पर विदर्भ को 169 रनों से हराया गया। ये मुंबई की रिकॉर्ड 42वीं रणजी ट्रॉफी थी। हालांकि, रणजी सेमीफाइनल में विदर्भ से 90 रनों की हार भी उनके खाते में रही, लेकिन उनकी नेतृत्व क्षमता पर कभी सवाल नहीं उठा।
एक्स पर भावुक संदेश
रहाणे ने एक्स पर लिखा, “मुंबई की कप्तानी करना मेरे लिए सम्मान की बात रही। अब समय है कि नया लीडर तैयार हो। मैं बतौर खिलाड़ी अपनी पूरी ताकत लगाऊंगा और मुंबई को और ट्रॉफियां जिताऊंगा।” इस संदेश ने फैंस के दिलों को छू लिया, जो उनके जुनून और समर्पण का एक और सबूत है।
Captaining and winning championships with the Mumbai team has been an absolute honour.
With a new domestic season ahead, I believe it’s the right time to groom a new leader, and hence I’ve decided not to continue in the captaincy role.
I remain fully committed to giving my best…
— Ajinkya Rahane (@ajinkyarahane88) August 21, 2025
मुंबई के लिए रनों का पहाड़
फर्स्ट-क्लास क्रिकेट में रहाणे मुंबई के लिए दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं, जिन्होंने 76 मैचों में 5932 रन बनाए, जिसमें 19 शतक शामिल हैं। उनका औसत 52 का रहा, जो उनकी निरंतरता को दर्शाता है। उनसे ऊपर सिर्फ पूर्व भारतीय ओपनर वसीम जाफर हैं।
आईपीएल 2025 और भविष्य
आखिरी बार रहाणे आईपीएल 2025 में कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के लिए खेले, जहां उन्होंने 13 मैचों में 390 रन बनाए। उनकी कप्तानी में केकेआर छठे स्थान पर रही। अब, कप्तानी छोड़ने के बाद, रहाणे का फोकस बतौर खिलाड़ी मुंबई को और ऊंचाइयों तक ले जाने पर है।
एक प्रेरणादायक सफर
रहाणे का ये फैसला न सिर्फ उनकी निस्वार्थ भावना को दर्शाता है, बल्कि युवा खिलाड़ियों को प्रेरित करने का भी एक उदाहरण है। उनके नेतृत्व और बल्ले ने मुंबई क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया, और अब फैंस ये देखने को बेताब हैं कि बतौर खिलाड़ी वे क्या कमाल करते हैं।