मुंबई

Bawankule Challenges Rohit Pawar: 90 करोड़ दंड माफी के आरोप पर बावनकुले ने रोहित पवार को दिया संन्यास का अल्टीमेटम

Bawankule Challenges Rohit Pawar: 90 करोड़ दंड माफी के आरोप पर बावनकुले ने रोहित पवार को दिया संन्यास का अल्टीमेटम

Bawankule Challenges Rohit Pawar: महाराष्ट्र की राजनीति में एक नया विवाद खड़ा हो गया है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) के विधायक रोहित पवार ने राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले पर एक कंपनी के 90 करोड़ रुपये के दंड को माफ करने का आरोप लगाया है। इस पर बावनकुले ने तीखा पलटवार किया और रोहित पवार को चुनौती दी कि या तो आरोप सिद्ध करें या राजनीति से संन्यास ले लें।

रोहित पवार ने सोशल मीडिया पर एक दस्तावेज शेयर करते हुए दावा किया कि जालना जिले में अवैध खनन के मामले में मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (MEIL) पर लगाए गए 90 करोड़ रुपये से ज्यादा के दंड को सरकार ने घटाकर सिर्फ 17 लाख रुपये कर दिया। उन्होंने कहा कि कंपनी ने अपील की और मंत्री बावनकुले ने आदेश देकर दंड माफ कर दिया, साथ ही जप्त सामान भी लौटा दिया। पवार ने इसे सरकारी पक्षपात बताया और पूछा कि बड़े ठेकेदारों को इतनी छूट क्यों दी जा रही है, जबकि छोटे ग्रामीणों पर सख्ती होती है।

मंत्री बावनकुले ने नागपुर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि यह पुराना मामला है। तत्कालीन राजस्व मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल ने इस पर स्टे दिया था। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके कार्यकाल में किसी कंपनी का दंड माफ नहीं किया गया। बावनकुले ने एक्स पर पोस्ट करते हुए रोहित पवार को कहा कि आरोप सिद्ध करें, वरना राजनीतिक संन्यास लें। उन्होंने इसे अपरिपक्वता का लक्षण बताया।

बावनकुले ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के ‘देवभाऊ’ विज्ञापनों पर भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे सरकार में क्या हुआ, कौन से विज्ञापन दिए गए और खंडणी कैसे वसूली गई, यह रोहित पवार देखें। ‘देवभाऊ’ विज्ञापन शिवाजी महाराज को नमन करने वाले महाराष्ट्र की 14 करोड़ जनता को समर्पित हैं। अगर कोई सीएम के प्रति प्रेम से विज्ञापन दे रहा है, तो रोहित पवार को दिक्कत क्यों हो रही है।

इसके अलावा, बावनकुले ने ओबीसी आरक्षण पर भी बात की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने ओबीसी का नुकसान होने वाला कोई फैसला नहीं लिया। किसी का आरक्षण किसी की थाली में नहीं जाएगा। 10 सितंबर को ओबीसी उपसमिति की बैठक होगी, जिसमें छगन भुजबल, पंकजा मुंडे, दत्ता भारने, गुलाबराव पाटिल समेत 6-7 मंत्री शामिल होंगे। कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार अगर आरक्षण पर शंका रखते हैं, तो उपसमिति में रख सकते हैं। बिना कागजात प्रमाणपत्र नहीं मिलेगा, अधिकारियों पर तलवार तानकर काम नहीं चलेगा।

#MaharashtraPolitics #Bawankule #RohitPawar #PenaltyWaiver #PoliticalClash

ये भी पढ़ें: 09 सितंबर 2025 का राशिफल: सभी राशियों के लिए ऊर्जा भरा दिन, जानें शुभ उपाय

You may also like