भारतीय क्रिकेट टीम ने साल 2024 में 17 साल बाद T20 वर्ल्ड कप जीतकर इतिहास रचा। रोहित शर्मा की कप्तानी और खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन ने टीम को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। लेकिन इस जीत के पीछे जिस शख्स की सबसे बड़ी भूमिका रही, वो थे टीम इंडिया के हेड कोच और पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़।
‘द वॉल’ के नाम से मशहूर द्रविड़ ने बतौर खिलाड़ी भारत को कई मैच जिताए, और बतौर कोच उन्होंने टीम इंडिया को वर्ल्ड कप का ताज पहनाया।
2021 से 2024 तक हेड कोच का कार्यकाल
राहुल द्रविड़ को नवंबर 2021 में भारतीय क्रिकेट टीम का हेड कोच बनाया गया था। उनके कार्यकाल में टीम इंडिया ने कई यादगार जीत दर्ज कीं, लेकिन सबसे बड़ी उपलब्धि रही 2024 का T20I वर्ल्ड कप खिताब। इस जीत के बाद द्रविड़ ने कोच पद से इस्तीफ़ा दे दिया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, द्रविड़ को कोच रहते हुए बीसीसीआई (BCCI) से सालाना 12 करोड़ रुपये सैलरी मिलती थी। ये सैलरी उन्हें दुनिया के सबसे महंगे क्रिकेट कोचों में शामिल करती थी। उनसे पहले रवि शास्त्री को लगभग 9.5 करोड़ रुपये मिलते थे, जबकि द्रविड़ की सैलरी भारतीय क्रिकेट के कई स्टार खिलाड़ियों जैसे विराट कोहली और रोहित शर्मा की सैलरी से भी कहीं अधिक थी।
राहुल द्रविड़ की कमाई और नेटवर्थ
इंटरनेशनल क्रिकेट में 24,000 से ज्यादा रन बनाने वाले द्रविड़ की नेटवर्थ लगभग 320 करोड़ रुपये आंकी जाती है। उनकी कमाई के स्रोत केवल कोचिंग तक सीमित नहीं हैं, बल्कि विज्ञापनों और आईपीएल से भी उन्हें बड़ी आय होती है।
द्रविड़ वर्तमान में राजस्थान रॉयल्स के कोच हैं और एक सीजन के लिए करीब 3 करोड़ रुपये की सैलरी पाते हैं।
वो कई बड़े ब्रांड्स के विज्ञापनों से भी मोटी कमाई करते हैं।
उनके पास बेंगलुरु के कोरमंगला में 4.2 करोड़ रुपये की कीमत का आलीशान घर है।
उनकी कार कलेक्शन में पोर्श 911 कैरेरा, ऑडी Q5 और मर्सिडीज-बेंज GLE 350 जैसी लग्जरी गाड़ियां शामिल हैं।
अन्य भारतीय कोचों की कमाई
राहुल द्रविड़ के बाद वर्तमान में टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर को भी बीसीसीआई से लगभग 12 करोड़ रुपये सालाना सैलरी मिल रही है। उनकी कुल नेटवर्थ करीब 265 करोड़ रुपये बताई जाती है।
रवि शास्त्री को कोच रहते हुए 9.5 से 10 करोड़ रुपये सैलरी मिलती थी।
वहीं अनिल कुंबले को 2016 में कोच बनने पर द्रविड़ और शास्त्री की तुलना में काफी कम सैलरी दी जाती थी।
राहुल द्रविड़ का करियर बताता है कि चाहे खिलाड़ी हों या कोच, वो भारतीय क्रिकेट की रीढ़ रहे हैं। ‘द वॉल’ से लेकर करोड़ों रुपये कमाने वाले सबसे अमीर भारतीय कोच बनने तक द्रविड़ का सफर लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा है। उनकी सादगी और समर्पण ने उन्हें सिर्फ एक महान क्रिकेटर ही नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट का असली ‘भरोसेमंद चेहरा’ बना दिया है।
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