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केंद्रीय मंत्री परिषद् की ABC: सरकार के सुल्तान का सहज परिचय!

केंद्रीय मंत्री परिषद् की ABC: सरकार के सुल्तान का सहज परिचय!

केंद्रीय मंत्री परिषद् की ABC: केंद्रीय मंत्रिमंडल एक विशाल वटवृक्ष की तरह है, जिसकी जड़ें गहरी और मजबूत हैं। यह भारतीय संविधान की उपजाऊ मिट्टी में गड़ी हुई है। संविधान ही इस वृक्ष की शक्ति और स्थिरता का आधार है। यह उसे आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है ताकि वह हरा-भरा और फलदायी बना रहे।

इस वटवृक्ष का मुख्य धड़ प्रधानमंत्री होता है। उनके नेतृत्व में ही वृक्ष का निर्माण और विकास होता है। उनके पास मजबूत बुद्धि और दूरदर्शिता होती है जो वृक्ष को दिशा देती है।

वटवृक्ष की सबसे बड़ी और मजबूत शाखाएं कैबिनेट मंत्रियों को दर्शाती हैं। ये विशाल अनुभव और ज्ञान के धनी होते हैं। उनके कंधों पर वृक्ष की छत्रछाया टिकी रहती है। वे राष्ट्र के महत्वपूर्ण मंत्रालयों का नेतृत्व करते हैं और नीतियां बनाते हैं। उनकी शाखाएं वृक्ष के आकार को संरचित करती हैं।

कैबिनेट मंत्रियों से निकलने वाली मध्यम आकार की शाखाएं राज्य मंत्रियों (स्वतंत्र प्रभार) की प्रतीक हैं। ये मंत्री अपने विशिष्ट क्षेत्रों और विभागों के लिए जिम्मेदार होते हैं। वे प्रधानमंत्री को सीधे रिपोर्ट करते हैं और अपने दायरे में निर्णय लेने की शक्ति रखते हैं। उनकी शाखाएं वृक्ष को और अधिक सुदृढ़ बनाती हैं।

सबसे छोटी शाखाएं राज्य मंत्रियों की प्रतिनिधित्व करती हैं। ये मंत्री कैबिनेट मंत्रियों के सहयोगी की तरह काम करते हैं। वे मंत्रालयों के भीतर विशिष्ट क्षेत्रों या परियोजनाओं की देखरेख करते हैं और उनकी सहायता करते हैं। उनकी शाखाएं वृक्ष को और अधिक पुष्ट और समृद्ध बनाती हैं।

इन शाखाओं को मजबूत बनाने और उन्हें संरक्षित रखने का काम विभिन्न सुविधाओं और भत्तों द्वारा किया जाता है। वेतन, यात्रा सुविधाएं, चिकित्सा लाभ और पेंशन इसी का हिस्सा हैं। ये सुविधाएं मंत्रियों की शाखाओं को पोषण प्रदान करती हैं ताकि वे अपने कर्तव्यों का निर्वहन बिना किसी चिंता के कर सकें।

केंद्रीय मंत्रिमंडल का यह विशाल वटवृक्ष हर मौसम और आंधी का डटकर सामना करता है। इसकी शाखाएं आपस में मिलकर ही इसे संरक्षित और मजबूत बनाए रखती हैं। कभी कोई शाखा कमजोर पड़ने लगती है तो दूसरी शाखाएं उसकी मदद करती हैं। यही इस वृक्ष की खूबसूरती और ताकत है।

जब भी इस वटवृक्ष के फल पकते हैं, यानी जब भी कोई महत्वपूर्ण निर्णय लिया जाता है या कोई नई नीति बनाई जाती है, तो पूरे देश को उसका लाभ मिलता है। वृक्ष की हर शाखा अपना योगदान देती है और मिलकर ही वे फलदायी बनती हैं। केंद्रीय मंत्रिपरिषद का यही लक्ष्य होता है – देश के विकास और जनता की समृद्धि को आगे बढ़ाना। इस मकसद को पूरा करने के लिए ही यह विशाल वटवृक्ष अपनी सारी शक्तियों का इस्तेमाल करता है।

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