समाजवादी पार्टी के विधायक और महाराष्ट्र अध्यक्ष अबू आजमी ने एक बार फिर विवादास्पद बयान देकर सियासी तूफान खड़ा कर दिया है। इस बार उनके निशाने पर है महाराष्ट्र की पवित्र ‘वारी यात्रा’। दरअसल पंढरपुर की संत ज्ञानेश्वर और संत तुकाराम पालखी यात्रा पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि इस यात्रा से सड़कों पर जाम लगता है, जिससे आम जनता को दिक्कत होती है। इस बयान ने धार्मिक और राजनीतिक हलकों में हंगामा मचा दिया है।
वारी यात्रा पर क्या बोले अबू आजमी?
मीडिया से बातचीत में अबू आजमी ने कहा, “मैं सोलापुर जा रहा था, तब मुझे बताया गया कि पालखी यात्रा के कारण रास्ता बंद हो सकता है। वारी से ट्रैफिक जाम होता है, लेकिन हमने कभी शिकायत नहीं की।” उन्होंने ये भी जोड़ा कि मुसलमानों को सार्वजनिक आयोजनों के लिए जमीन नहीं दी जाती, जबकि हिंदू त्योहारों पर कोई आपत्ति नहीं होती।
हिंदू-मुस्लिम तुलना से बवाल
अबू आजमी ने हिंदू और मुस्लिम समुदायों की तुलना करते हुए कहा, “हिंदू त्योहारों पर मुसलमान कभी विरोध नहीं करते, लेकिन मस्जिद के बाहर नमाज पढ़ने पर शिकायत होती है। यूपी के मुख्यमंत्री कहते हैं कि बाहर नमाज पढ़ी तो पासपोर्ट और ड्राइविंग लाइसेंस रद्द होंगे।” इस बयान ने महाराष्ट्र से लेकर देशभर में बहस छेड़ दी है।
वारी यात्रा का ऐतिहासिक महत्व
वारी यात्रा महाराष्ट्र की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर है। हर साल लाखों भक्त संत ज्ञानेश्वर और संत तुकाराम की पालखी के साथ पुणे से पंढरपुर तक पैदल चलते हैं। इस यात्रा का महत्व केवल धार्मिक ही नहीं, बल्कि सामाजिक एकता के लिए भी है। ऐसे में अबू आजमी का बयान कई लोगों को नागवार गुजरा है।
राजनीतिक माहौल गर्म
ये बयान ऐसे समय में आया है, जब पालखी यात्रा पंढरपुर की ओर बढ़ रही है। बीजेपी और अन्य विपक्षी दलों ने अबू आजमी की कड़ी आलोचना की है। बीजेपी नेताओं का कहना है कि ये बयान धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला है। सियासी जानकारों का मानना है कि ये विवाद समाजवादी पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है। क्या अबू आजमी अपने बयान पर माफी मांगेंगे या सफाई देंगे, ये देखना बाकी है।
सोशल मीडिया पर हलचल
सोशल मीडिया पर अबू आजमी के बयान को लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कुछ लोग उनके तर्कों से सहमत हैं, तो कई ने इसे धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ बताया। ट्विटर पर #WariYatra और #AbuAzmi ट्रेंड कर रहे हैं।
ये भी पढ़ें: 17 Projects Launched in Nagpur: नागपुर में डेढ़ करोड़ लोगों को मिलेगा सपनों का घर, शुरू हुए 123 स्वास्थ्य केंद्र