आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले के रापुर में एक ऐसी घटना ने सबके दिलों को झकझोर कर रख दिया, जिसने न सिर्फ एक परिवार को तोड़ा, बल्कि विवाह जैसे पवित्र रिश्ते की नींव को भी हिला दिया। एक पत्नी, जिसके दिल में प्यार की जगह धोखे ने ले ली, ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने ही पति की निर्मम हत्या कर दी। ये कहानी सिर्फ एक अपराध की नहीं, बल्कि विश्वासघात, लालच और टूटे हुए रिश्तों की है।
प्यार का त्रिकोण बना मौत का कारण
रापुर के एससी कॉलोनी (अरुंधतियावाड़ा) में बुधवार की रात एक ऐसी घटना घटी, जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। एक महिला, जिसका पांच साल पहले अपने पति के साथ विवाह हुआ था, ने अपने पुराने प्रेमी के साथ नाजायज रिश्ते को बनाए रखा। शादी से पहले शुरू हुआ ये रिश्ता, शादी के बाद भी नहीं टूटा। प्रेमी अक्सर महिला के ससुराल आया करता था, और यहीं से शुरू हुआ एक खौफनाक साजिश का ताना-बाना।
महिला के दिल में अपने पति के लिए प्यार की जगह नफरत ने ले ली। उसने अपने पति को अपने प्रेम के रास्ते का कांटा समझा और उसे रास्ते से हटाने का मन बना लिया। प्रेमी के साथ मिलकर उसने एक ऐसी योजना बनाई, जिसने एक मासूम तीन साल की बच्ची के सिर से उसके पिता का साया छीन लिया।
हत्या को दी आत्महत्या की शक्ल
बुधवार की रात, जब पति शराब के नशे में गहरी नींद में था, तब महिला और उसके प्रेमी ने मौके का फायदा उठाया। दोनों ने मिलकर रस्सी से उसका गला घोंट दिया। इसके बाद, अपने इस जघन्य अपराध को छिपाने के लिए, उन्होंने हत्या को आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की।
अगली सुबह, जब पति का शव बिस्तर पर पड़ा मिला, तो महिला ने अनजान बनने का नाटक किया। वो अपने सास-ससुर के साथ मिलकर पति को जगाने का दिखावा करती रही। शुरुआत में ये एक स्वाभाविक मौत लग रही थी, लेकिन पति के शरीर पर चोट के निशान देखकर रिश्तेदारों को शक हुआ।
सच्चाई आई सामने, टूटा विश्वास का बंधन
रिश्तेदारों के शक के बाद पुलिस ने मामले की गहराई से जांच शुरू की। घटनास्थल की बारीकी से पड़ताल और सख्त पूछताछ के दौरान महिला आखिरकार टूट गई। उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया और बताया कि कैसे उसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर इस हत्या को अंजाम दिया। पुलिस ने महिला और उसके प्रेमी को हिरासत में ले लिया है।
रापुर के सीआई सत्यनारायण ने बताया कि इस मामले की जांच अभी जारी है। इस दंपती की एक तीन साल की मासूम बेटी भी है, जिसका भविष्य अब अनिश्चितता के साये में है।
एक मासूम का टूटा सपना
ये घटना सिर्फ एक हत्या की कहानी नहीं है, बल्कि ये एक परिवार के बिखरने, एक बच्ची के सिर से पिता के प्यार छिन जाने और विश्वास के टूटने की दुखद दास्तान है। क्या प्यार इतना अंधा हो सकता है कि वो एक जिंदगी को खत्म कर दे? क्या रिश्तों की नींव इतनी कमजोर हो सकती है कि वो धोखे और अपराध के सामने ढह जाए?
ये कहानी हर उस इंसान के लिए एक सबक है, जो प्यार और रिश्तों को हल्के में लेता है। आइए, हम सब मिलकर ये प्रण करें कि अपने रिश्तों को प्यार, विश्वास और सम्मान से मजबूत करेंगे, ताकि कोई और मासूम इस तरह के दर्द से न गुजरे।
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