मुंबई के साइबर ठगों ने एक नया हथकंडा अपना लिया है। अब वे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से बच्चों की आवाज़ की नक़ल कर रहे हैं और माता-पिता को ये यकीन दिलाकर ठग लेते हैं कि उनका बच्चा मुसीबत में है।
साइबर अपराधी पहले से ही वॉइस रिकॉर्डिंग और दूसरे तरीकों से लोगों को फ़ोन पर बेवकूफ बनाते रहे हैं। लेकिन, अपने बच्चों की तकलीफ़ भरी आवाज़ सुनकर माँ-बाप जल्दी घबरा जाते हैं और बिना सोचे-समझे पैसे दे देते हैं।
कोलाबा पुलिस स्टेशन में दर्ज एक मामले में, अपराधी ने कॉलेज में पढ़ने वाले बच्चे के पिता को CBI अधिकारी बताकर फ़ोन किया। उसने बताया कि उनका बेटा एक बलात्कार के केस में गिरफ्तार है. जब पिता ने पैसे देने की बात की तो उसने बच्चे की रोती हुई आवाज़ सुनाकर उन्हें और डरा दिया। इस तरह उसने उनसे कई किश्तों में डेढ़ लाख रुपये ऐंठ लिए।
साइबर क्राइम सेल की चेतावनी के बाद कई और मामले सामने आ रहे हैं। पुलिस का कहना है कि ये अपराधी सोशल मीडिया से बच्चों की आवाज़ के छोटे सैंपल लेकर AI तकनीक से हूबहू नक़ल बना लेते हैं।
तारदेव पुलिस स्टेशन में भी ऐसा ही एक मामला हुआ, जिसमें एक चार्टर्ड अकाउंटेंट को उनके दोस्त की नकली आवाज़ में फ़ोन कर दुर्घटना के बहाने पैसे ट्रांसफर करने के लिए कहा गया। इस तरह कई लोग लाखों का नुकसान कर चुके हैं।