Instagram Extortion in Mumbai: आज की डिजिटल दुनिया में सोशल मीडिया हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। यह हमें दोस्तों से जोड़ता है, नई जानकारी देता है और मनोरंजन का साधन भी है। लेकिन, इस चमकती दुनिया के पीछे कुछ अंधेरे कोने भी हैं, जहां साइबर अपराधी अपनी चाल चलते हैं। ऐसा ही एक दिल दहलाने वाला मामला मुंबई से सामने आया है, जहां एक शख्स की निजी तस्वीरों को इंस्टाग्राम पर अपलोड कर उससे उगाही (extortion on Instagram) की गई। इस घटना ने न केवल पीड़ित की जिंदगी को प्रभावित किया, बल्कि यह भी दिखाया कि डिजिटल दुनिया में कितनी सावधानी बरतने की जरूरत है।
मुंबई के ग्रांट रोड इलाके में रहने वाले एक शख्स, जो एक निजी कंपनी में काम करते हैं, ने पुलिस में शिकायत दर्ज की कि उनकी और उनकी दोस्त की निजी तस्वीरें एक फर्जी इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपलोड की गईं। यह अकाउंट उनके और उनकी दोस्त के नाम से बनाया गया था। इस अकाउंट के जरिए अपराधी ने उनकी निजता को भंग किया और उनकी तस्वीरों का इस्तेमाल उन्हें बदनाम करने के लिए किया। यह सब पिछले साल 14 फरवरी से 19 अप्रैल के बीच हुआ। इस दौरान पीड़ित को लगातार डर और तनाव का सामना करना पड़ा।
शिकायतकर्ता को एक शख्स ने संपर्क किया, जिसने अपना नाम जे. डी. राजपुरोहित बताया। उसने दावा किया कि वह इंटरनेट से आपत्तिजनक तस्वीरें हटाने में मदद कर सकता है, लेकिन इसके लिए उसे पांच लाख रुपये चाहिए। डर और सामाजिक बदनामी के डर से पीड़ित ने पहले डेढ़ लाख रुपये राजपुरोहित को दे दिए। लेकिन जब वह बाकी रकम देने में असमर्थ रहा, तो राजपुरोहित ने उसे धमकी भरे संदेश भेजे और अपशब्दों का इस्तेमाल किया। यह सिलसिला तब तक चला, जब तक पीड़ित ने हिम्मत जुटाकर डी. बी. मार्ग पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज नहीं की।
पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया और राजपुरोहित के साथ-साथ उस अज्ञात शख्स के खिलाफ भी केस दर्ज किया, जिसने फर्जी इंस्टाग्राम अकाउंट बनाया था। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 308(2), 319(2), और 351 के तहत, साथ ही सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम (IT Act) की धारा 66c और 67 के तहत मामला दर्ज किया। पुलिस अब दोनों आरोपियों की तलाश में जुटी है। एक पुलिस सूत्र ने बताया कि जैसे ही आरोपियों को पकड़ा जाएगा, उनके मोबाइल की जांच की जाएगी। ऐसा लगता है कि अपराधियों ने इसी तरह के हथकंडे अपनाकर और लोगों को निशाना बनाया हो सकता है।
यह घटना सिर्फ एक व्यक्ति की कहानी नहीं है, बल्कि यह उस खतरे की ओर इशारा करती है, जो हम सभी के लिए डिजिटल दुनिया में मौजूद है। इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म, जो आमतौर पर तस्वीरें और कहानियां शेयर करने के लिए इस्तेमाल होते हैं, अब अपराधियों के लिए एक हथियार बन रहे हैं। निजी तस्वीरों का दुरुपयोग कर उगाही करना (extortion using private photos) एक ऐसा अपराध है, जो न केवल पीड़ित की मानसिक स्थिति को प्रभावित करता है, बल्कि उनके सामाजिक और निजी जीवन को भी तहस-नहस कर सकता है।
इस मामले में पीड़ित ने जो हिम्मत दिखाई, वह काबिले तारीफ है। डर और शर्मिंदगी के बावजूद, उन्होंने पुलिस का रुख किया और अपनी आवाज उठाई। यह हमें सिखाता है कि अगर हम किसी साइबर अपराध का शिकार होते हैं, तो चुप रहने के बजाय तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। मुंबई पुलिस इस मामले में सक्रियता से काम कर रही है, और उम्मीद है कि जल्द ही अपराधी कानून के शिकंजे में होंगे।
यह घटना हमें सोशल मीडिया पर अपनी निजी जानकारी और तस्वीरें शेयर करते समय सावधानी बरतने की याद दिलाती है। एक छोटी सी लापरवाही हमें बड़े संकट में डाल सकती है। आज की नई पीढ़ी, जो सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा सक्रिय है, उसे खास तौर पर यह समझना होगा कि डिजिटल दुनिया में हर कदम पर सतर्क रहना जरूरी है।
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