महाराष्ट्र के परभणी से एक ऐसी दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसे जानकर हर किसी का दिल दुख रहा है, क्योंकि मामला है एक मासूम नवजात का, जिसे जन्म देते ही मां ने उसकी जान ले ली।
कमाल की बात है, कि इस कलयुग में अब माता भी कुमाता बन गई है। इसका जीता-जाता उदाहरण बनी 19 वर्षीय रितिकी ढेरे नाम की वो महिला, जिसने चलती बस में बच्चे को जन्म दिया, लेकिन फिर उसे कपड़े में लपेटकर चलती बस से ही सड़क पर फेंक दिया, जिससे बच्चे की तुरंत मौत हो गई। इस करतूत में उसका साथ निभाया खुद को उसका पति बताने वाले अल्ताफ शेख ने।
जब महिला ने कपड़े में लपेटकर बच्चे को फेंका था, तो उस वक्त बस के ड्राइवर ने उसे देखा, तो उसने जब पूछा तो खुद को महिला का पति बताने वाले शेख ने कहा कि उसकी पत्नी को उल्टी हो रही थी, इसलिए उसने उल्टी फेंकी है, तो ड्राइवर को उसकी बातों पर भरोसा हो गया। लेकिन वहीं बाहर खड़े एक व्यक्ति ने जब कपड़े में लिपटे बच्चे को देखा तो उसने 112 नंबर पर पुलिस को कॉल करके इसकी जानकारी दी।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार रितिका ढेरे और शेख परभणी के रहनेवाले थे, लेकिन पिछले करीब डेढ साल से दोनों पुणे में रह रहे थे। दोनों ने पति-पत्नी होने का दावा तो किया, लेकिन शादी से जुड़े कोई कागजात पेश नहीं कर पाए। फिलहाल पुलिस ने दोनों को हिरासत में रखा है। दोनों के खिलाफ BNS (शव को गुप्त रूप से ठिकाने लगाकर जन्म छिपाने) की धारा 94(3), (5) के तहत मामला दर्ज कर जांच जारी है।
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