महाराष्ट्र की सियासत में एक बार फिर हलचल मच गई है। शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा है। भाषा विवाद से लेकर अमेरिकी टैरिफ और किसानों के मुद्दे तक, ठाकरे ने बीजेपी की नीतियों को आड़े हाथों लिया। उनकी बेबाक टिप्पणियों ने एक बार फिर सियासी माहौल को गर्म कर दिया है।
भाषा विवाद: जबरदस्ती नहीं चलेगी
उद्धव ठाकरे ने गुरुवार (7 अगस्त 2025) को महाराष्ट्र में भाषा विवाद पर अपनी बात स्पष्ट की। उन्होंने कहा, “हमारी स्थिति साफ है। हम किसी भी भाषा का विरोध नहीं करते, लेकिन किसी पर जबरदस्ती थोपना गलत है। हिंदी भाषी प्रदेश में क्या आप तमिल, तेलुगु या मराठी जबरन पढ़ाएंगे? हमारे प्रधानमंत्री गुजरात से हैं, वे हिंदी अच्छी बोलते हैं। क्या उन्हें बचपन से हिंदी थोपी गई थी? जरूरत के हिसाब से लोग भाषा सीख लेते हैं। जबरदस्ती की कोई जरूरत नहीं।”
ये बयान उस फैसले के जवाब में आया, जिसमें देवेंद्र फडणवीस सरकार ने पहली से पांचवीं कक्षा तक के स्कूलों में हिंदी को तीसरी भाषा के रूप में पढ़ाने का आदेश दिया था। स्थानीय स्तर पर भारी विरोध के बाद सरकार को ये फैसला वापस लेना पड़ा। ठाकरे का ये बयान बीजेपी पर एक तीखा हमला है, जिसमें उन्होंने क्षेत्रीय भावनाओं को महत्व देने की बात कही।
अमेरिकी टैरिफ पर तंज: “अब किसानों की याद आई?”
उद्धव ठाकरे ने अमेरिका द्वारा भारत पर 50% टैरिफ लगाए जाने के मुद्दे पर भी बीजेपी को घेरा। उन्होंने पीएम मोदी के बयान का जिक्र करते हुए कहा, “दो-तीन साल पहले जब किसान दिल्ली आना चाहते थे, तब उन्हें रोका गया। किसानों के लिए कीलें और दीवारें खड़ी की गईं। तब किसानों की याद नहीं आई। अब अचानक सब कह रहे हैं, ‘मैं किसान का बेटा हूं।’ अब इनका असली चेहरा सामने आ रहा है।”
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने गुरुवार को कहा था कि भारत अपने किसानों, मछुआरों और डेयरी क्षेत्र से जुड़े लोगों के हितों से समझौता नहीं करेगा। इस पर ठाकरे ने तंज कसते हुए बीजेपी की नीतियों पर सवाल उठाए।
विदेश नीति पर सवाल: “दोस्त और दुश्मन कौन?”
ठाकरे ने बीजेपी की विदेश नीति पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “पहले स्पष्ट करें कि हमारे मित्र देश कौन हैं और दुश्मन कौन। पीएम दुनिया के हर कोने में घूम आए, लेकिन कोई साथ खड़ा नहीं दिखता। पहले कहते थे कि चीन दुश्मन है, अब वहां क्यों जा रहे हैं? पाकिस्तान से क्रिकेट मैच क्यों खेल रहे हैं? पहलगाम में जो सैनिक शहीद हुए, वो अब याद नहीं? हमें ऐसा प्रधानमंत्री चाहिए जो देश के लिए काम करे।”
इंडिया गठबंधन और राज ठाकरे पर बयान
इंडिया गठबंधन की मीटिंग के सवाल पर उद्धव ने अपने चचेरे भाई और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे का जिक्र किया। उन्होंने कहा, “हम दोनों भाई समर्थ हैं। हमें पता है कि क्या करना है, और हम करेंगे।” ये बयान सियासी गलियारों में नई अटकलों को जन्म दे सकता है।
ठाकरे का बीजेपी को खुला चैलेंज
उद्धव ठाकरे ने अपने बयानों से बीजेपी को कई मोर्चों पर घेरने की कोशिश की है। चाहे वो भाषा विवाद हो, किसानों का मुद्दा हो या विदेश नीति, ठाकरे ने बीजेपी की नीतियों को कठघरे में खड़ा किया। ये देखना दिलचस्प होगा कि बीजेपी इस हमले का जवाब कैसे देती है और महाराष्ट्र की सियासत में ये बयान क्या नया मोड़ लाता है।
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