राजकोट गेम जोन त्रासदी: राजकोट में एक दुखद घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया है। शनिवार, 25 मई की शाम को गेम जोन में लगी आग ने 28 जिंदगियों को छीन लिया और 10 से अधिक लोग अभी भी लापता हैं। इस भीषण आग की घटना ने न केवल जान-माल का नुकसान किया है, बल्कि यह भी उजागर किया है कि गेम जोन बिना किसी वैध परमिट के चल रहा था।
Gujarat: CCTV footage of the Rajkot TRP gaming zone fire has emerged. The fire started due to welding in the extension area. pic.twitter.com/LBSWlkeD0H
— IANS (@ians_india) May 26, 2024
इस घटना के बाद, राजकोट नगर निगम को यह जानकारी मिली कि गेम जोन के पास आवश्यक परमिट नहीं था। दो साल पहले कई अधिकारी इस स्थान पर गए थे, और तत्कालीन कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि परमिशन देने का काम नगर निगम का है। इस बात से यह संकेत मिलता है कि निगम की ओर से इस गेम जोन के संचालन की अनुमति नहीं दी गई थी।
आग लगने की इस घटना में जो लोग मारे गए, उनमें बच्चे भी शामिल हैं, और यह घटना इतनी भयानक थी कि गेम जोन का पूरा ढांचा ध्वस्त हो गया। दमकलकर्मियों को आग पर काबू पाने में करीब तीन घंटे लग गए। इस घटना के बाद, गुजरात सरकार ने आग के कारणों की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है।
इस त्रासदी ने सुरक्षा मानकों और नियमों के पालन की महत्वपूर्णता को फिर से सामने ला दिया है। यह घटना न केवल राजकोट के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक चेतावनी है कि सार्वजनिक स्थलों पर सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए। इस घटना के बाद, अधिकारियों और नागरिकों दोनों को सुरक्षा के प्रति अधिक सजग और सतर्क रहने की जरूरत है।