गुजरात के सूरत शहर के पाल इलाके में शनिवार दोपहर को एक 5 मंजिला इमारत गिर गई। इस हादसे में अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोग अब भी मलबे में फंसे हो सकते हैं। घटनास्थल पर तुरंत तलाशी और बचाव अभियान शुरू किया गया, जो अब भी जारी है।
रेस्क्यू ऑपरेशन: एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें लगातार मलबे में फंसे लोगों को निकालने की कोशिश कर रही हैं। सूरत के डीसीपी राजेश परमार ने बताया कि बचाव अभियान 12 घंटे से चल रहा है। एक महिला को जिंदा बचा लिया गया है और 7 शव बरामद किए गए हैं, जिन्हें पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।
फायर ब्रिगेड की कार्रवाई: सूरत के मुख्य अग्निशमन अधिकारी बसंत पारीक ने कहा कि शनिवार दोपहर 3:55 बजे सूरत नगर निगम की फायर एंड इमरजेंसी सर्विसेज के कंट्रोल रूम में एक कॉल आया था कि एक 5 मंजिला इमारत ढह गई है। इमारत का साइज देखकर हमने ब्रिगेड-4 डिक्लेयर किया। तुरंत 80 फायरमैन और 20 फायर ऑफिसर के साथ निगम की सभी टीमों के कर्मचारी घटनास्थल पर पहुंच गए। हमने सर्च ऑपरेशन चलाया और कड़ी मेहनत के बाद एक महिला को जिंदा बचा लिया।
Surat: 3 bodies have been recovered in the Multi-storey building collapse accident so far. The rescue operation is still ongoing. pic.twitter.com/n8zYY3E1tb
— IANS (@ians_india) July 7, 2024
बसंत पारीक ने बताया कि पूरी रात तलाशी अभियान जारी रहा। अब तक 7 शव निकाले जा चुके हैं और कोई भी मिसिंग नहीं है। अब अंदर और लोगों के फंसे होने की भी उम्मीद नहीं है। हमने आसपास के रहने वालों से भी इस बारे में पुष्टि कर ली है, फिर भी ऐहतियातन हम मलबा हटाकर ट्रक में डालते समय गहनता से जांच कर रहे हैं। इमारत कैसे गिरी, यह जांच का विषय है।
एनडीआरएफ का बयान: एनडीआरएफ इंस्पेक्टर बाबूलाल यादव ने कहा कि हमें 5 मंजिला इमारत के ढहने की सूचना मिली थी और मलबे में कुछ लोग फंसे हुए थे। अब तक 7 शव निकाले गए हैं और एक व्यक्ति को जीवित भी निकाला गया है। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। हम यह नहीं बता सकते कि कितने और लोग फंसे हुए हैं, लेकिन संख्या बढ़ सकती है।
न्यूज एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के अनुसार, यह इमारत करीब 7 साल पहले, 2016-17 में बनी थी। सूरत के पुलिस कमिश्नर अनुपम सिंह गहलोत ने बताया कि इमारत ढहने के तुरंत बाद एक महिला को सुरक्षित बचा लिया गया था। रात में मलबे से एक व्यक्ति का शव निकाला गया था। इस इमारत में करीब पांच फ्लैट थे, जिनमें से ज्यादातर लोग इस इलाके के कारखानों में काम करने वाले थे।
यह हादसा सूरत के लिए एक बड़ा झटका है। स्थानीय प्रशासन और रेस्क्यू टीमें लगातार प्रयास कर रही हैं कि सभी फंसे हुए लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके। अभी भी तलाशी और बचाव अभियान जारी है और हम सभी के लिए प्रार्थना कर रहे हैं कि अधिक से अधिक लोगों को सुरक्षित बचाया जा सके।
ये भी पढ़ें: रविवार का राशिफल (7 जुलाई 2024):: आज ग्रहों की चाल कैसी है?