जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) का छात्रसंघ, कैंपस में मौजूद ढाबों और कैंटीनों में हो रही खाने-पीने की चीज़ों की कथित मनमानी कीमतों के खिलाफ प्रशासन के पास पहुंच गया है। छात्रसंघ का कहना है कि जेएनयू में छात्रों की आर्थिक क्षमता की तुलना में कई कैंटीन बेहद ज़्यादा दाम वसूल रहे हैं।
JNU कैंपस विकास समिति के संयोजक फैज़ान हैदर ने विश्वविद्यालय प्रशासन को पत्र लिखकर इस मुद्दे को तत्काल उठाने की मांग की है। समिति का दावा है कि परिसर के अंदर कई ढाबे और कैंटीन अपनी मर्ज़ी के हिसाब से ऊंची कीमतें ले रहे हैं।
छात्रसंघ ने कैंपस की विभिन्न कैंटीन में मौजूदा मूल्य ढांचे की समीक्षा करने और उन लोगों की पहचान करने की मांग की है जो छात्रों से गलत तरीके से दाम वसूल रहे हैं। 18 अप्रैल के अपने पत्र में छात्रसंघ ने मांग की है कि इस मुद्दे से प्रभावी ढंग से निपटने और सभी कैंटीनों में उचित और पारदर्शी मूल्यों को सुनिश्चित करने के लिए जल्द से जल्द कैंपस विकास समिति की बैठक बुलाई जाए।
छात्रसंघ ने परिसर में बेचे जाने वाले खाद्य पदार्थों के लिए दिशा-निर्देश और सामर्थ्य मानक स्थापित करने की भी मांग की है। उनका कहना है कि जेएनयू के ढाबों और कैंटीनों में मनमानी कीमतों से निपटने के लिए एक कार्य योजना होनी चाहिए।
छात्रसंघ के इस कदम को परिसर में हाल ही में उठी अन्य मांगों से भी जोड़कर देखा जा रहा है, जैसे यौन उत्पीड़न के आरोपों पर प्रशासन द्वारा पर्याप्त कार्रवाई न किए जाने का विवाद।
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