IIT दिल्ली में दिसंबर में शुरू हुए प्लेसमेंट सीज़न पर सबकी नज़रें हैं, लेकिन एक RTI के चौंकाने वाले खुलासे ने सबको चिंता में डाल दिया है। ऐसा लगता है कि IIT दिल्ली के प्लेसमेंट्स में गिरावट आई है और पिछले 5 साल में काफी छात्र बिना नौकरी के रह गए हैं।
ग्लोबल IIT अलुमनाई सपोर्ट ग्रुप के संस्थापक और IIT कानपुर के पूर्व छात्र धीरज सिंह ने RTI के ज़रिए यह जानकारी हासिल की है। RTI के जवाब के आधार पर सिंह का दावा है कि साल 2019 से 2023 तक जितने भी छात्रों ने IIT दिल्ली में प्लेसमेंट के लिए रजिस्टर किया था, उनमें से 22% को नौकरी नहीं मिली।
आंकड़ों के मुताबिक, पिछले दो साल में तो 600 छात्रों को नौकरी नहीं मिली है! इस साल यानी 2024 में भी 40% छात्र अब तक बिना नौकरी के हैं। इस साल 1814 छात्रों ने रजिस्टर किया था, जिनमें से सिर्फ 1083 को अब तक नौकरी मिली है।
हालांकि, IIT दिल्ली के ऑफिस ऑफ करियर सर्विसेज़ (OCS) के प्रोफेसर आर अयोतिरामन इस बात से सहमत नहीं हैं। उनका कहना है कि इस साल भी 80% अंडरग्रेजुएट छात्रों को नौकरी मिल चुकी है और बाकी छात्रों को भी दूसरी जगहों से नौकरी के प्रस्ताव मिल जाएंगे।
प्रोफेसर अयोतिरामन का यह भी कहना है कि PhD के छात्रों के लिए अलग से प्लेसमेंट्स आयोजित किए जाएंगे।
छात्रों को नौकरी के लिए तैयार करने हेतु IIT दिल्ली में कई तरह के ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाए जाते हैं।