वसई किले में 25 दिनों से घूम रहे तेंदुए को आखिरकार वन विभाग ने मंगलवार, 23 अप्रैल की सुबह पकड़ लिया। तेंदुए को पिंजरे में कैद करने में वन अधिकारियों को करीब 3:30 बजे कामयाबी मिली।
29 मार्च को किले में सबसे पहले तेंदुए के पदचिह्न देखे गए थे, जिसके बाद वहां दहशत फैल गई थी। वन विभाग और स्थानीय NGO ने मिलकर तलाशी अभियान शुरू किया। किले के आसपास कई पिंजरे लगाए गए जिसमें आखिरकार तेंदुआ फंस गया।
वन अधिकारियों द्वारा तेंदुए को पिंजरे से निकालते हुए वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग ने शाम 7 बजे के बाद इलाके में कर्फ्यू लगा रखा था। मार्च अंत से ही वन विभाग और दो NGOs की टीमें किले के खंडहर के पास तैनात थीं।
करीब 16,000 की आबादी वाले आसपास के गांवों – पाचू बंदर और किल्ला बंदर- में तेंदुए को देखे जाने के बाद से इंसानों और जानवरों के बीच किसी तरह के संघर्ष की कोई खबर नहीं आई।
तेंदुए को पकड़ने के लिए पहले पिंजरों में मुर्गियों को रखा गया था, लेकिन तेंदुआ इतना शातिर था कि वह नहीं फंसा। बाद में बकरियों को बतौर चारा इस्तेमाल किया गया।
वन विभाग तेंदुए को जंगल में वापस छोड़ने से पहले उसकी सेहत की पूरी तरह जांच करेगा।