बजरंग पुनिया के लिए बुरी खबर है। नेशनल एंटी-डोपिंग एजेंसी (NADA) की कार्रवाई के बाद, अब अंतरराष्ट्रीय रेसलिंग फेडरेशन (UWW) ने भी उन्हें निलंबित कर दिया है। ये डोप टेस्ट से जुड़े एक मामले में हुआ है।
दरअसल, मार्च में हुए सलेक्शन ट्रायल के बाद बजरंग पुनिया ने डोप टेस्ट के लिए सैंपल देने से मना कर दिया था। इसके लिए नाडा ने उन्हें नोटिस भेजा था। पुनिया ने अपना पक्ष रखते हुए कहा था कि टेस्ट किट पुरानी थी, इसलिए उन्होंने सैंपल नहीं दिया।
क्या है निलंबन का मतलब?
डोपिंग मामलों में जब तक जांच चलती है, तब तक एथलीट को किसी भी प्रतियोगिता में हिस्सा लेने से रोक दिया जाता है। अंतरराष्ट्रीय फेडरेशन भी आमतौर पर राष्ट्रीय एजेंसी के फैसले का पालन करते हैं। बजरंग पुनिया का मामला अभी कोर्ट में है।
UWW के नियम
UWW के नियमों के मुताबिक, डोपिंग टेस्ट में किसी भी गड़बड़ी के मामले में एथलीट पर अस्थायी रोक लगाई जा सकती है, फिर चाहे जांच पूरी ना भी हुई हो।
ओलंपिक का सपना खतरे में
बजरंग पुनिया का ओलंपिक में खेलने का सपना खतरे में दिख रहा है। ट्रायल्स में हारने के बाद वो क्वालिफाई नहीं कर पाए थे। अगर उनपर डोपिंग का आरोप साबित होता है, तो उनका करियर मुश्किल में पड़ सकता है।