आजकल ऑनलाइन सट्टेबाजी का चलन काफी बढ़ गया है। ऐसे प्लेटफॉर्म्स खासकर क्रिकेट और इलेक्शन जैसे बड़े इवेंट्स पर लोगों को सट्टा लगाने के लिए उकसाते हैं। लेकिन ये गैरकानूनी धंधा है और इस पर सख्ती से रोक लगाई जा रही है।
ताजा मामला है ऑनलाइन बेटिंग साइट Fairplay का। ED ने इसके खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए मुंबई और पुणे में 19 ठिकानों पर छापेमारी की। आरोप है कि ये साइट IPL 2023 के मैचों की अवैध स्ट्रीमिंग कर रही थी और साथ ही लोकसभा चुनावों के नतीजों पर भी सट्टा लगवा रही थी।
ED को रेड में करीब 8 करोड़ रुपये कैश, बैंक बैलेंस और शानदार घड़ियां मिलीं। इसके अलावा कई संदिग्ध दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस भी बरामद हुए। दरअसल, Fairplay पर मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज था। Viacom18 नेटवर्क ने इस साइट पर शिकायत की थी कि इसने उन्हें 100 करोड़ से ज्यादा का नुकसान पहुंचाया है।
ED की जांच में हैरान करने वाले खुलासे हुए। Fairplay ने दुबई और कुराकाओ की कंपनियों और कुछ भारतीय सेलेब्स की एजेंसियों के जरिए डील की थी। इन एजेंसियों ने कोई ठोस पड़ताल किए बिना ही इस साइट का प्रमोशन करने पर हामी भर दी।
ये साइट फर्जी बैंक अकाउंट के जरिए पैसे जुटाती थी और फिर शेल कंपनियों के जटिल नेटवर्क से इसे लेयर करके फार्मा कंपनियों में डालती थी। वहां से ये पैसा हांगकांग, चीन और दुबई की शेल कंपनियों को भेज दिया जाता था। करीब 400 ऐसे फर्जी अकाउंट का इस्तेमाल हुआ है। अब ED इन सबकी पड़ताल कर रही है।
Fairplay के इस खेल से न सिर्फ IPL फैंस और निवेशकों को धोखा हुआ, बल्कि पूरी भारतीय फाइनेंशियल सिस्टम को नुकसान पहुंचा है। ED का ये ऑपरेशन इस बात का संकेत है कि आगे ऐसे फ्रॉड पर सख्ती से लगाम लगेगी।
ये मामला साफ करता है कि ऑनलाइन सट्टेबाजी जैसी गतिविधियों में शामिल कंपनियों पर कड़ी नजर रखना और सख्त एक्शन लेना बेहद जरूरी है। सिर्फ तभी लोगों का भरोसा कायम रह सकता है और उनके पैसे सुरक्षित रह सकते हैं।