भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि 2,000 रु. के बैंक नोट का मूल्य शनिवार के बाद समाप्त हो जाएगा और अगर कोई इसे किसी भी बैंक में नहीं बदलवाता है तो यह सिर्फ कागज का एक टुकड़ा बनकर रह जाएगा.
RBI ने पहले इस प्रक्रिया को समयबद्ध तरीके से पूरा करने और जनता को पर्याप्त समय प्रदान करने के उद्देश्य से अंतिम तिथि 30 सितंबर, 2023 तय की थी. पिछले महीने की शुरुआत में, आरबीआई (RBI) ने कहा था कि मई में केंद्रीय बैंक द्वारा उच्च मूल्य वाले नोट को प्रचलन से वापस लेने के फैसले के बाद से 2,000 रु. के लगभग 93 प्रतिशत बैंक नोट बैंकिंग प्रणाली में वापस आ गए हैं. पीएम मोदी ने ‘संकल्प सप्ताह’ का किया शुभारंभ
लोगों को बैंक शाखाओं और आरबीआई की क्षेत्रीय शाखाओं में अपने 2,000 रु. के नोट बदलने या जमा करने का निर्देश दिया गया था. एक गैर-खाताधारक भी किसी भी बैंक शाखा में एक समय में 20,000 की सीमा तक 2000 रु. के बैंक नोटों का आदान-प्रदान कर सकता है.
19 मई को, आरबीआई ने 2000 मूल्य वर्ग के बैंक नोटों को प्रचलन से वापस लेने का फैसला किया, लेकिन कहा कि यह कानूनी मुद्रा के रूप में बना रहेगा. हालाँकि, RBI ने बैंकों को तत्काल प्रभाव से ऐसे बैंक नोट जारी नहीं करने की सलाह दी थी.
2000 रु. मूल्यवर्ग का बैंकनोट नवंबर 2016 में पेश किया गया था. 2000 रु. के बैंक नोट शुरू करने का उद्देश्य तब पूरा हुआ जब अन्य मूल्यवर्ग के बैंक नोट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो गए. इसलिए 2018-19 में 2000 रु. के बैंक नोटों की छपाई बंद कर दी गई.