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New Jalpaiguri Accident: सिग्नल खराबी या लापरवाही? जांच जारी, हताहतों की संख्या बढ़ने की आशंका, रेलवे मंत्री और प्रधानमंत्री ने किया मुआवजे का ऐलान

New Jalpaiguri Accident
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New Jalpaiguri Accident: 17 जून, 2024 को पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी के पास जो भयानक ट्रेन हादसा हुआ, उसकी जांच अभी भी जारी है। इस दुर्घटना में कितने लोगों की जान गई और कितने घायल हुए, ये सब अभी सामने आ रहा है। हालांकि खबर लिखे जाने तक 9 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 50 से अधिक के घायल होने की बात कही जा रही है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या सिग्नल खराब होना ही इस हादसे का मुख्य कारण था?

सूत्रों के मुताबिक, हादसे वाले दिन सुबह से ही उस रास्ते पर सिग्नल ठीक से काम नहीं कर रहा था। ट्रेनों को निर्देश दिए गए थे कि वो उस रास्ते पर धीमी गति से, सिर्फ 10 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलें। लेकिन फिर भी ये हादसा कैसे हुआ, ये अभी भी एक पहेली बना हुआ है।

जांच में अभी तक कई संभावनाएं सामने आई हैं। हो सकता है कि मालगाड़ी चलाने वाले लोको पायलट ने लाल सिग्नल को पार कर दिया हो और साथ ही साथ रफ्तार की सीमा भी तोड़ दी हो। दूसरी तरफ, ये भी मुमकिन है कि सिग्नल प्रणाली में ही कोई तकनीकी खराबी थी जिसकी वजह से गलत सिग्नल मिल गया हो और इसी वजह से ये हादसा हो गया। इसके अलावा, मानवीय चूक की भी संभावना को नकारा नहीं जा सकता है। शायद प्वाइंट्समैन से कोई गलती हो गई हो या फिर अधिकारियों की तरफ से कोई लापरवाही बरती गई हो।

अभी किसी भी नतीजे पर पहुंचना जल्दबाजी होगी। जांच पूरी होने के बाद ही पता चलेगा कि आखिर इस हादसे के पीछे असली वजह क्या थी। ये भी ध्यान रखना जरूरी है कि ये जानकारी जो अभी बताई गई है वो अलग-अलग समाचार sources से मिली है और हो सकता है कि आधिकारिक जांच के नतीजे इससे अलग हों।

गौरतलब है कि सियालदह जाने वाली कंचन जंगा एक्सप्रेस को एक मालगाड़ी ने पीछे से टक्कर मार दी, जिसकी वजह से बड़ा ट्रेन हासदा हो गया। कंचनजंगा एक्सप्रेस की कई बोगिया पटरी से उतर गई। प्रशासन की ओर से लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अस्पताल पहुंचकर घायलों से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना। यही नही घटनास्थल पर भी बाइक से पहुंचकर रेल मंत्री ने वहां का जायजा लिया, क्योंकि वहां जाने का रास्ता कच्चा है, जिसकी वजह से चार पहिये वाहन को वहां पहुंचने में काफी ज्यादा वक्त लग जाता।

पीड़ितों के लिए राहत राशि का ऐलान
रेल मंत्री अश्विनी वैष्ण ने इस भायनक ट्रेन हादसे के पीड़तों के लिए मुआवजे का ऐलान किया है। उन्होंने हादसे में मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये की राशि और गंभीर रूप से घायलों को ढाई लाख रुपये, तो वहीं मामूली रूप से घायलों के लिए 50, 000 रुपये मुआवजे के तौर पर देने का ऐलान किया है।

प्रधानमंत्री ने जताया दुख और किया मुआवजे का ऐलान

इस भायनक रेल हादसे पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शोक व्यक्त किया है। उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर लिखा है कि, “प्रियजनों को खो चुके के लिए संवेदनाएं हैं। मैं घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं।” इसके अलावा पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से मृतकों के परिजनों के लिए राहत राशि का ऐलान किया है। मृतकों को परिजनों को 2 लाख और घायलों को 50,000 रुपये की राशि देने का ऐलान किया गया है।

पीएमन मोदी के अलावा अमित शाह और प्रियंका गांधी वाड्रा, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री मणिका साहा सहित कई नेताओं ने इस हादसे पर दुख जताया है। तो वहीं आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव ने इस हादसे पर सवालिया निशान खड़े किए हैं।

खैर ये तो चलता रहेगा, लेकिन फिलहाल लोगों की सुविधा के लिए सियालदह स्टेशन पर एक विशेष हेल्पलाइन बूथ बनाया गया है। हेल्पलाइन नंबर हैं: – 03323508794, 033-23833326। घटना से जुड़ी जानकारी या मदद के लिए इस नंबर पर संपर्क किया जा सकता है।

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