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हरियाणा के तीनों लालों के ‘लाल’ बीजेपी में, जानें क्यों किरण चौधरी ने थामा बीजेपी का हाथ

किरण चौधरी ने थामा बीजेपी का हाथ

क्यों किरण चौधरी ने थामा बीजेपी का हाथ: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल की बहू किरण चौधरी और उनकी बेटी श्रुति चौधरी ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी जॉइन कर ली है। इस तरह, हरियाणा के तीनों प्रमुख नेताओं – देवीलाल, भजनलाल, और बंसीलाल की पीढ़ियां अब बीजेपी से जुड़ गई हैं। भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई, रेणुका बिश्नोई और भव्य बिश्नोई पहले से ही बीजेपी में थे, और देवीलाल के बेटे रणजीत चौटाला भी बीजेपी में शामिल हो चुके हैं। अब बंसीलाल का परिवार भी बीजेपी में शामिल हो गया है।

क्यों छोड़ी कांग्रेस?

किरण चौधरी ने कांग्रेस से इस्तीफा देते हुए कहा कि हरियाणा कांग्रेस एक व्यक्ति की पार्टी बन गई है। उन्होंने बिना नाम लिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी को व्यक्तिगत जागीर की तरह चलाया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि ईमानदार लोगों की पार्टी में कोई जगह नहीं है और उनके खिलाफ साजिश रची गई है। उन्होंने 40 सालों तक कांग्रेस के लिए काम किया और अब उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला लिया।

बेटी श्रुति का आरोप

किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी ने भी हरियाणा कांग्रेस में दुर्व्यवहार का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी अब स्वार्थी हो गई है और अब आगे बढ़ने का समय है ताकि वे अपने लोगों के हितों की रक्षा कर सकें।

बीजेपी में शामिल होने का कारण

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि कांग्रेस में परिवारवाद चरम पर है और प्रतिष्ठित लोगों को सम्मान नहीं मिल रहा है। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस से कई बड़े नेता बीजेपी में आने वाले हैं।

राजनीतिक सफर

किरण चौधरी का जन्म दिल्ली कैंट में हुआ था और वे वकील और राजनीतिज्ञ हैं। उन्होंने 1993 में दिल्ली कैंट विधानसभा से चुनाव लड़ा था। 1998 में वे दिल्ली कैंट से चुनाव जीत गईं और 2003 तक दिल्ली विधानसभा की उपाध्यक्ष रहीं। 2004 में उन्होंने हरियाणा से राज्यसभा का चुनाव लड़ा, लेकिन हार गईं। 2005 में वे तोशाम से विधायक चुनी गईं और 2019 तक लगातार विधायक रहीं।

राज्यसभा चुनाव के बाद अटकलें

राज्यसभा चुनाव में अजय माकन की हार के बाद किरण चौधरी के बीजेपी में जाने की अटकलें तेज हो गई थीं। उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बीजेपी में शामिल होने के लिए मनाया।

बंसीलाल की राजनीतिक विरासत

किरण चौधरी के पति सुरेंद्र सिंह की मृत्यु एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में हो गई थी। अब बंसीलाल की राजनीतिक विरासत को किरण चौधरी और उनकी बेटी श्रुति चौधरी ही आगे बढ़ा रही हैं।

इस प्रकार, किरण चौधरी और उनकी बेटी का बीजेपी में शामिल होना हरियाणा की राजनीति में एक बड़ा बदलाव है।

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