भर्तृहरि महताब का नाम भारतीय राजनीति में बहुत चर्चित है। वे ओडिशा के कटक लोकसभा क्षेत्र से सात बार सांसद रह चुके हैं और अब लोकसभा के प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किए गए हैं। हाल ही में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें संविधान के आर्टिकल 95(1) के तहत इस पद पर नियुक्त किया।
बीजद से भाजपा का सफर
भर्तृहरि महताब बीजू जनता दल (बीजद) के संस्थापक सदस्य थे और उन्होंने 22 मार्च को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजद में उन्हें स्वतंत्र रूप से काम करने का मौका नहीं मिला। इसके बाद से ही उनके भाजपा में शामिल होने की चर्चाएं शुरू हो गई थीं।
चुनावी सफलता
बीजद से इस्तीफा देने के बाद, महताब ने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीजद के संतृप्त मिश्रा को 57,077 वोटों से हराया। इस चुनाव में भाजपा ने ओडिशा की कुल 21 लोकसभा सीटों में से 20 पर जीत हासिल की, जबकि बीजद का सफाया हो गया।
प्रोटेम स्पीकर के रूप में भूमिका
लोकसभा के प्रोटेम स्पीकर के रूप में, भर्तृहरि महताब संसद के नवनिर्वाचित सांसदों को शपथ दिलाएंगे। उनके साथ इस काम में अस्थायी अध्यक्ष सुरेश कोडिकुन्निल, थलिक्कोट्टई राजुथेवर बालू, राधा मोहन सिंह, फग्गन सिंह कुलस्ते और सुदीप बंदोपाध्याय भी मदद करेंगे। अठारहवीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून से शुरू होगा, जिसमें नए सांसद शपथ लेंगे और 26 जून को लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा।
भर्तृहरि महताब का राजनीतिक सफर
भर्तृहरि महताब का राजनीतिक सफर बहुत ही रोचक और प्रेरणादायक रहा है। बीजद के संस्थापक सदस्य से लेकर भाजपा के प्रोटेम स्पीकर बनने तक, उनकी यात्रा ने भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण अध्याय जोड़ा है। उनके अनुभव और ज्ञान से संसद को निश्चित रूप से लाभ होगा।
ये भी पढ़ें: जम्मू-कश्मीर के लिए पीएम मोदी के दो बड़े वादे: क्या बदलेगा कुछ?