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‘पेपर लीक’ के जिक्र पर विपक्ष के शोर को शांत कर, राष्ट्रपति ने प्रस्तुत किया नए भारत का विजन

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गुरुवार को संसद में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ‘मोदी 3.0’ के विजन को पेश करते हुए अपने अभिभाषण में पेपर लीक मामलों का भी जिक्र किया। जैसे ही उन्होंने पेपर लीक पर सरकार की कार्रवाई का उल्लेख करना शुरू किया, कुछ विपक्षी सांसदों ने शोर-शराबा शुरू कर दिया। इस पर राष्ट्रपति मुर्मू ने ‘सुनिए सुनिए…’ कहते हुए विपक्षी सांसदों को शांत रहने की अपील की। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार पेपर लीक की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठा रही है और इस संदर्भ में एक नया कानून भी पारित किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के इस बयान का समर्थन करते हुए मेज थपथपाई और उनके विचारों की सराहना की।

राष्ट्रपति मुर्मू का संकल्प

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने अभिभाषण में विशेष रूप से युवाओं का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि सरकार का मुख्य प्रयास है कि देश के युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए उचित अवसर मिले। उन्होंने कहा, “सुनिए सुनिए… चाहे सरकारी भर्ती हो या परीक्षाएं, किसी भी कारण से इनमें रुकावट आना उचित नहीं है। इसमें शुचिता और पारदर्शिता जरूरी है।”

पेपर लीक की घटनाओं पर सख्त कदम

राष्ट्रपति मुर्मू ने हाल ही में हुई पेपर लीक की घटनाओं पर सरकार की सख्त कार्रवाई की बात की। उन्होंने कहा, “सरकार ने पेपर लीक की घटनाओं की निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्धता दिखाई है। हमने देखा है कि कई राज्यों में पेपर लीक की घटनाएं हुई हैं, और इस मुद्दे पर हमें दलीय राजनीति से ऊपर उठकर सोचना होगा।”

विपक्ष के लिए संदेश

राष्ट्रपति मुर्मू ने विपक्षी दलों को संदेश देते हुए कहा कि इस मुद्दे पर राजनीति करने के बजाय ठोस उपाय करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, “संसद ने परीक्षा में होने वाली गड़बड़ियों के विरुद्ध एक सख्त कानून बनाया है। सरकार परीक्षा प्रक्रिया में सुधार करने की दिशा में भी काम कर रही है। हमें इस मुद्दे पर एकजुट होकर काम करना होगा ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो सकें।”

प्रधानमंत्री मोदी का समर्थन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के इस बयान का जोरदार समर्थन किया। राष्ट्रपति के बयान के दौरान पीएम मोदी मेज थपथपाते हुए दिखाई दिए, जिससे यह साफ हो गया कि सरकार पेपर लीक की घटनाओं को लेकर बेहद गंभीर है। उन्होंने राष्ट्रपति की अपील को समर्थन देकर यह संकेत दिया कि सरकार इस मुद्दे पर किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतेगी।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के इस भाषण ने पेपर लीक की घटनाओं पर सरकार की सख्ती और गंभीरता को स्पष्ट किया। विपक्षी दलों को शांत रहने की अपील और सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना ने यह दिखाया कि पेपर लीक जैसी घटनाओं को रोकने के लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री मोदी का समर्थन और मेज थपथपाना इस बात का संकेत है कि सरकार इस मुद्दे पर किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं करेगी।

इस घटनाक्रम ने यह भी सिद्ध किया कि सरकार और विपक्ष दोनों को मिलकर देश के युवाओं के भविष्य की सुरक्षा के लिए काम करना चाहिए। यह समय है कि दलीय राजनीति से ऊपर उठकर ठोस उपाय किए जाएं ताकि देश के युवाओं को एक सुरक्षित और पारदर्शी परीक्षा प्रणाली मिल सके।

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