हाथरस हादसा: उत्तर प्रदेश के गांवों में अशांति फैल गई है, जहां कभी भोले बाबा के प्रति गहरी श्रद्धा रखने वाले भक्त अब अपना गुस्सा और असंतोष व्यक्त कर रहे हैं। भोले बाबा, जिन्हें उनकी चमत्कारी शक्तियों के लिए जाना जाता था, अब लोगों के गुस्से का सामना कर रहे हैं।
कासगंज में तनाव
कासगंज के बहादुरनगर में तनाव तब बढ़ गया जब पड़ोसी गांव के लोगों ने भोले बाबा के आश्रम में लगे आठ नलों में से दो को तोड़ दिया। इन नलों से पवित्र, अमृत जैसा जल निकलता है, ऐसा माना जाता है। आश्रम के सेवादारों ने इस हरकत का विरोध किया और बातचीत करने की कोशिश की। ग्रामीणों का कहना था कि नलों के कारण खेतों तक ट्रैक्टरों का रास्ता बाधित हो रहा था।
अन्य घटनाएं
अलीगढ़ के नगला तिकोना गांव में, तारा देवी के इकलौते बेटे रवि सैनी ने अपने घर से भोले बाबा की तस्वीर हटा दी। रवि की मां की मृत्यु सत्संग में भाग लेने के बाद हो गई थी, जिससे वह बेहद निराश हो गया था। उसने सवाल उठाया कि अगर भोले बाबा इतने शक्तिशाली हैं, तो उन्होंने उसकी मां को सुरक्षित क्यों नहीं रखा।
एक और घटना में, एक महिला ने एक सभा स्थल के प्रवेश द्वार पर भोले बाबा की छवि वाले होर्डिंग पर अपनी चप्पल फेंकी। इस तरह के सार्वजनिक अनादर ने भक्तों के बीच बढ़ते आक्रोश और मोहभंग को उजागर किया है।
ग्रामीणों की प्रतिक्रियाएं
इन घटनाओं ने ग्रामीण समुदायों के बीच भोले बाबा के प्रभाव और शक्ति की धारणा में बदलाव को दर्शाया है। लोग अब अपनी आस्था और आध्यात्मिक नेताओं के वादों पर सवाल उठाने लगे हैं।
इन घटनाओं ने स्पष्ट किया है कि भक्तों के बीच भोले बाबा के प्रति गहरी निराशा और असंतोष पैदा हो गया है। यूपी के गांवों में बढ़ती अशांति इस बात का संकेत है कि लोग अब अपनी आस्था और धार्मिक नेताओं के वादों पर पुनर्विचार कर रहे हैं।
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