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41 साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की ऑस्ट्रिया यात्रा: जानें क्यों है ये खास

ऑस्ट्रिया
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 जुलाई को ऑस्ट्रिया पहुंच रहे हैं। ये यात्रा खास इसलिए है क्योंकि ये 41 सालों में पहली बार है जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री ऑस्ट्रिया का दौरा कर रहा है। इस यात्रा का एक और महत्वपूर्ण पहलू ये है कि इस साल भारत और ऑस्ट्रिया के राजनयिक संबंधों के 75 साल पूरे हो रहे हैं।
इतिहास में पहली बार
प्रधानमंत्री मोदी से पहले केवल दो प्रधानमंत्रियों ने ऑस्ट्रिया का दौरा किया था। जवाहर लाल नेहरू ने 1955 में और इंदिरा गांधी ने 1971 और 1983 में ऑस्ट्रिया का दौरा किया था। इस तरह, प्रधानमंत्री मोदी ऑस्ट्रिया जाने वाले तीसरे भारतीय प्रधानमंत्री होंगे।
राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ
भारत और ऑस्ट्रिया के बीच राजनयिक संबंध 1949 में स्थापित हुए थे। ऑस्ट्रिया ने 1947 में भारत की स्वतंत्रता को मान्यता दी थी। इन 75 सालों में दोनों देशों के बीच आर्थिक और सांस्कृतिक संबंध मजबूत हुए हैं। ऑस्ट्रिया, भारत को मशीनरी, ऑटोमोटिव पार्ट्स और केमिकल्स का निर्यात करता है, जबकि भारत, ऑस्ट्रिया को इलेक्ट्रोनिक्स, फुटवेयर, रबर, वीकल और रेलवे पार्ट्स, कपड़ा और फार्मास्यूटिकल्स का निर्यात करता है।
दोनों देशों के बीच सहयोग
भारत और ऑस्ट्रिया के बीच बुनियादी ढांचे, रिन्यूएबल एनर्जी, हाई टेक्नोलॉजी, स्टार्ट-अप, मीडिया और मनोरंजन के क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग के उत्कृष्ट अवसर हैं। 30 से 40 बड़ी ऑस्ट्रियाई कंपनियां पहले से ही भारत में बुनियादी ढांचे और अन्य क्षेत्रों में काम कर रही हैं। फरवरी 2024 में भारत-ऑस्ट्रिया स्टार्ट-अप ब्रिज लॉन्च किया गया था। पिछले साल मई में दोनों देशों ने कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे।
प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत
ऑस्ट्रिया के चांसलर कार्ल नेहमर ने कहा, “मैं दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वियना में स्वागत करने के लिए बहुत उत्सुक हूं। यह यात्रा 40 से अधिक वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा है और हमारे राजनयिक संबंधों के 75 साल पूरे होने का जश्न मनाने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।”
निश्चित रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह यात्रा भारत और ऑस्ट्रिया के बीच के संबंधों को और मजबूत बनाने का एक महत्वपूर्ण कदम है। दोनों देश मिलकर नए क्षेत्रों में सहयोग और साझेदारी को और विस्तार देंगे।

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