Fatima Beevi: भारत के सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला जज जस्टिस फातिमा बीवी (Fatima Beevi) का गुरुवार को केरल के कोल्लम के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 96 वर्ष की थीं। तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर न्यायमूर्ति बीवी के निधन पर शोक जताया।
सोशल मीडिया एक्स (X) पर पोस्ट कर उन्होंने लिखा कि सार्वजनिक सेवा में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के सदस्यों के साथ हैं। उन्हें शांति मिले।”
Deeply saddened at passing away of Justice M. Fathima Beevi, former Governor Tamil Nadu. Her contributions to public service will always be remembered. My thoughts are with her family members in this sorrowful hour. May she rest in peace.-Governor Ravi pic.twitter.com/YWA7W7YOpQ
— RAJ BHAVAN, TAMIL NADU (@rajbhavan_tn) November 23, 2023
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने भी जस्टिस बीवी के निधन पर शोक व्यक्त किया. उन्होंने आगे कहा कि जस्टिस बीवी उच्च न्यायपालिका का हिस्सा बनने वाली मुस्लिम समुदाय की पहली महिला थीं, क्योंकि वह सामाजिक परिस्थितियों के नकारात्मक पहलुओं को चुनौती के रूप में देखकर उन्हें दूर करने में सक्षम थीं।
मुख्यमंत्री ने कहा, ”उनका जीवन हर किसी के लिए प्रेरणा है, खासकर महिलाओं के लिए।” उन्होंने कहा कि उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए उन्हें केरल प्रभा पुरस्कार के लिए चुना गया है।
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि जस्टिस बीवी का निधन बेहद दर्दनाक है।
जॉर्ज ने एक बयान में कहा, “वह एक बहादुर महिला थीं, जिनके नाम कई रिकॉर्ड थे। वह एक ऐसी शख्सियत थीं, जिन्होंने अपने जीवन से दिखाया कि इच्छाशक्ति और उद्देश्य की भावना से किसी भी विपरीत परिस्थिति को पार किया जा सकता है।” Uttarkashi Tunnel Collapse: अब तक टनल में फंसे हैं 40 मजदूर, रेस्क्यू टीम कर रही उन्हें सुरक्षित निकालने की पूरी जुगाड़