देश के भीतर भाजपा की लोकप्रियता बढ़ने के पीछे कई वजहें हैं। उसकी केंद्र और राज्य सरकारों की नीतियां, संगठन की सटीक रणनीति, और निर्वाचित प्रतिनिधियों का समर्थन, सब मिलकर पार्टी को और मजबूत बना रहे हैं।
ओडिशा में बीजद के दो सांसदों का भाजपा में आना
हाल ही में ओडिशा से बीजू जनता दल (BJD) के दो राज्यसभा सांसदों, ममता मोहंती और सुजीत कुमार ने भाजपा का दामन थामा। उनका कहना था कि बीजद अपने विचारों से भटक गई है और पार्टी को आत्मनिरीक्षण करने की जरूरत है। यह घटना संसद में भाजपा की मजबूती (BJP’s Strength in Parliament) को और आगे बढ़ाने का उदाहरण बनी।
ओडिशा में लोकसभा और विधानसभा चुनावों के दौरान भाजपा को शानदार जीत मिली थी। इसके चलते बीजद के अंदर विरोध और असंतोष की लहर उठी। इसी का नतीजा था कि राज्यसभा के 9 में से 2 सांसद भाजपा में आ गए। अब ऐसा दावा किया जा रहा है कि बीजद के अन्य सांसद भी जल्द भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
राज्यसभा में भाजपा का दबदबा
राज्यसभा में फिलहाल भाजपा के पास 96 सांसद हैं। हाल ही में हरियाणा और महाराष्ट्र में मिली जीत के बाद इस संख्या में और इजाफा होने की संभावना है। विपक्षी दलों के भीतर हो रही खींचतान भाजपा के लिए नई संभावनाओं का रास्ता खोल रही है। ओडिशा के अलावा महाराष्ट्र में भी एमवीए गठबंधन के अंदर असहमति की खबरें आ रही हैं।
महाराष्ट्र और एनसीपी का हाल
महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) की हार के बाद गठबंधन में दरार साफ नजर आ रही है। खासकर एनसीपी (शरद गुट) में असंतोष की लहर दिखाई दे रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एनसीपी शरद गुट के दो लोकसभा सांसद भाजपा में शामिल हो सकते हैं। अगर ऐसा होता है, तो यह भाजपा सांसद बढ़ोतरी (BJP MP Growth) का एक और उदाहरण बनेगा।
भाजपा की लोकसभा में बढ़ती ताकत
लोकसभा में भाजपा के पास वर्तमान में 240 सांसद हैं। आगामी महीनों में, विभिन्न दलों के असंतुष्ट नेता भाजपा का दामन थाम सकते हैं। इससे लोकसभा में पार्टी की ताकत और बढ़ेगी।
यह स्थिति भाजपा की रणनीति और संगठनात्मक क्षमता को दर्शाती है। पार्टी न केवल चुनाव जीतने पर ध्यान केंद्रित करती है, बल्कि निर्वाचित प्रतिनिधियों का विश्वास जीतने और अपने खेमे में शामिल करने की कोशिश भी करती है।
#BJP #IndianPolitics #ParliamentStrength #StateElections #PoliticalUpdates
ये भी पढ़ें: Jhansi Madrasa Teacher: कौन है झांसी मदरसे का टीचर मुफ्ती खालिद, छापा पड़ा तो.. NIA की टीम से भिड़ गए उसके लोग