Secret of Blue Turban: डॉ. मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) को उनकी सादगी, गहन ज्ञान, और विनम्र व्यक्तित्व के लिए जाना जाता है। लेकिन उनकी एक और खास पहचान थी—उनकी नीली पगड़ी (Blue Turban)। चाहे वे प्रधानमंत्री रहे हों या एक अर्थशास्त्री के रूप में कार्यरत, नीली पगड़ी हमेशा उनके व्यक्तित्व का अभिन्न हिस्सा रही। इस लेख में हम जानेंगे कि आखिर क्यों डॉ. मनमोहन सिंह ने नीले रंग की पगड़ी पहनना चुना और यह उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण प्रतीक कैसे बन गया।
नीली पगड़ी की कहानी: शुरुआत कहां से हुई?
डॉ. मनमोहन सिंह की नीली पगड़ी से जुड़ी कहानी उनकी पढ़ाई के दिनों से शुरू होती है। यह 1950 के दशक की बात है, जब वे इंग्लैंड की प्रतिष्ठित कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी (Cambridge University) में पढ़ाई कर रहे थे।
उस समय, डॉ. सिंह हमेशा नीली पगड़ी पहनते थे। उनकी यह आदत इतनी खास थी कि उनके साथी छात्र उन्हें प्यार से ‘ब्लू टर्बन’ (Blue Turban) कहकर पुकारते थे। यह नाम उनकी पहचान बन गया।
कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी का प्रतीक रंग भी नीला है, जो डॉ. सिंह के लिए विशेष महत्व रखता था। उनकी नीली पगड़ी उस यूनिवर्सिटी के प्रति उनके सम्मान और प्रेम का प्रतीक बन गई।
कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में सम्मान और नीली पगड़ी का जिक्र
साल 2006 में, कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी ने डॉ. मनमोहन सिंह को डॉक्टरेट ऑफ लॉ (Doctorate of Law) की मानद डिग्री से सम्मानित किया।
इस मौके पर यूनिवर्सिटी के चांसलर प्रिंस फिलिप ने डॉ. सिंह की पगड़ी का विशेष उल्लेख किया। उन्होंने उनकी नीली पगड़ी की तारीफ करते हुए इसे उनके व्यक्तित्व का खास हिस्सा बताया।
इस अवसर पर डॉ. मनमोहन सिंह ने खुद अपनी पगड़ी का राज सबके सामने खोला। उन्होंने बताया कि नीला रंग उनका पसंदीदा रंग है और यह रंग उन्हें कैम्ब्रिज में बिताए दिनों की याद दिलाता है।
नीला रंग: डॉ. सिंह के व्यक्तित्व का प्रतीक
नीला रंग डॉ. मनमोहन सिंह के लिए सिर्फ एक पसंद नहीं, बल्कि उनके व्यक्तित्व की गहराई और सादगी का प्रतीक था।
- शांति और स्थिरता: नीला रंग अक्सर शांति और स्थिरता का प्रतीक माना जाता है, जो डॉ. सिंह के स्वभाव से मेल खाता था।
- कैम्ब्रिज से जुड़ाव: उन्होंने बताया कि उनकी नीली पगड़ी कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के प्रति उनके गहरे प्रेम और सम्मान का प्रतीक है।
- पहचान का हिस्सा: प्रधानमंत्री बनने के बाद भी, उनकी नीली पगड़ी उनकी सार्वजनिक छवि का अहम हिस्सा रही।
‘ब्लू टर्बन’ नाम की अहमियत
डॉ. मनमोहन सिंह का उपनाम ‘ब्लू टर्बन’ उनके लिए केवल एक नाम नहीं, बल्कि उनकी पहचान थी।
यह नाम उन मूल्यों को दर्शाता है, जो डॉ. सिंह ने अपने जीवन में आत्मसात किए—सादगी, समर्पण, और ईमानदारी।
नीली पगड़ी और डॉ. मनमोहन सिंह की विरासत
डॉ. मनमोहन सिंह की नीली पगड़ी उनके जीवन और मूल्यों की गहराई को दर्शाती है। यह केवल एक रंग नहीं था, बल्कि उनके व्यक्तित्व, उनकी शिक्षा, और उनके दृष्टिकोण का प्रतीक था।
कैम्ब्रिज में बिताए गए उनके दिनों से लेकर प्रधानमंत्री बनने तक, यह पगड़ी उनके सफर का हिस्सा रही।
आज, जब हम डॉ. सिंह को याद करते हैं, उनकी नीली पगड़ी हमें उनकी सादगी और उनके अपार योगदान की याद दिलाती है। यह पगड़ी न केवल उनके लिए, बल्कि उनके चाहने वालों के लिए भी सम्मान का प्रतीक बन चुकी है।
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