महाराष्ट्र

Jitendra Awhad controversy: व्हाट्सएप स्क्रीनशॉट के बाद जितेंद्र आव्हाड का गंभीर आरोप, हुआ बड़ा खुलासा!

Jitendra Awhad controversy: व्हाट्सएप स्क्रीनशॉट के बाद जितेंद्र आव्हाड का गंभीर आरोप, हुआ बड़ा खुलासा!

Jitendra Awhad controversy: महाराष्ट्र की राजनीति में इन दिनों एनसीपी (शरद पवार गुट) के नेता जितेंद्र आव्हाड और एनसीपी (अजित पवार गुट) की नेता रूपाली ठोंबरे के बीच व्हाट्सएप चैट को लेकर गंभीर विवाद छाया हुआ है। इस विवाद की शुरुआत तब हुई जब रूपाली ठोंबरे ने एक कथित चैट का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर साझा किया। ठोंबरे ने इसे असली बताया है, जबकि जितेंद्र आव्हाड ने इसे पूरी तरह से फर्जी करार दिया। इस विवाद ने राज्य की राजनीति में खलबली मचा दी है।

व्हाट्सएप चैट विवाद: क्या है मामला?

शनिवार को बीड जिले के मसाजोग गांव में सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के विरोध में एक सर्वदलीय मोर्चा निकाला गया। इस रैली में जितेंद्र आव्हाड ने हिस्सा लिया। रैली खत्म होने के बाद, एनसीपी (अजित पवार गुट) की नेता रूपाली ठोंबरे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ (पहले ट्विटर) पर एक पोस्ट साझा की। इस पोस्ट में एक व्हाट्सएप चैट का स्क्रीनशॉट था, जिसमें आव्हाड के डीपी वाली प्रोफाइल दिखाई दे रही थी।

चैट में कथित तौर पर राजनीतिक रणनीति और आर्थिक लेन-देन की बात की गई थी। हिंदी में अनुवादित चैट में लिखा था, “पैसे की चिंता मत करो। मुस्लिम और दलितों को विरोध प्रदर्शन में शामिल करो।”

रूपाली ठोंबरे का दावा है कि यह चैट सच्ची है और इससे स्पष्ट होता है कि मोर्चा केवल राजनीतिक फायदे के लिए आयोजित किया गया था।

जितेंद्र आव्हाड का पलटवार

जितेंद्र आव्हाड ने इस स्क्रीनशॉट को पूरी तरह फर्जी बताते हुए खारिज कर दिया। उन्होंने सवाल किया कि यह स्क्रीनशॉट रैली के बाद ही क्यों सामने आया, सुबह क्यों नहीं? उन्होंने इसे उनकी छवि खराब करने की एक साजिश बताया।

आव्हाड ने तुरंत बीड के पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई और पुलिस अधीक्षक से इस मामले की गहराई से जांच की मांग की। उनका कहना है कि इस तरह के फर्जी आरोप लगाकर उनकी साख को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जा रही है।

धमकी और गाली-गलौज का मामला

रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जितेंद्र आव्हाड ने दावा किया कि इस विवाद के बाद से उन्हें धमकी भरे संदेश मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें गालियां दी जा रही हैं और जान से मारने की धमकी भी मिल रही है।

आव्हाड ने कहा, “मैं इन धमकियों से डरने वाला नहीं हूं। मैं अपनी लड़ाई जारी रखूंगा और मानवता के लिए काम करता रहूंगा।” उन्होंने धमकी भरे संदेशों को पुलिस के साथ साझा करने की बात कही और इसे राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया।

रूपाली ठोंबरे का बयान: “स्क्रीनशॉट असली है”

रूपाली ठोंबरे ने आव्हाड के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि स्क्रीनशॉट पूरी तरह असली है। उन्होंने कहा, “कोई भी आरोपी यह स्वीकार नहीं करेगा कि यह चैट उसकी है। जितेंद्र आव्हाड के पास कोई सबूत नहीं है कि यह स्क्रीनशॉट फर्जी है।”

ठोंबरे ने यह भी आरोप लगाया कि मोर्चा केवल राजनीतिक लाभ उठाने के लिए आयोजित किया गया था और इसमें जनता के मुद्दों को अनदेखा किया गया।

महाराष्ट्र की राजनीति में खींचतान

यह विवाद महाराष्ट्र की राजनीति में बढ़ती खींचतान का संकेत देता है। एनसीपी (शरद पवार गुट) और एनसीपी (अजित पवार गुट) के बीच पहले से ही तनाव था। अब इस विवाद ने दोनों गुटों के बीच की खाई को और गहरा कर दिया है।

यह मामला केवल एक व्हाट्सएप चैट तक सीमित नहीं है। इससे राजनीतिक दलों के बीच अविश्वास और कटुता का माहौल बन गया है। पुलिस जांच से ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि यह चैट असली है या फर्जी।

व्हाट्सएप चैट को लेकर शुरू हुआ यह विवाद केवल तकनीकी मामला नहीं है। यह महाराष्ट्र की राजनीति में बढ़ते विवाद और खींचतान को दर्शाता है। जितेंद्र आव्हाड और रूपाली ठोंबरे के बीच यह आरोप-प्रत्यारोप आने वाले समय में राज्य की राजनीति को नया मोड़ दे सकता है।

पुलिस जांच के नतीजे और भविष्य के राजनीतिक घटनाक्रम से ही यह तय होगा कि यह मामला कितना गहरा जाता है। लेकिन इतना साफ है कि यह विवाद महाराष्ट्र की राजनीति में लंबे समय तक चर्चा का विषय बना रहेगा।

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