बीड सरपंच हत्याकांड: महाराष्ट्र में मराठा संगठन के कार्यकर्ताओं ने बीड सरपंच हत्या मामले और परभणी में पुलिस कस्टडी में हुई दलित व्यक्ति की मौत के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। जालना में सोमवार, 20 जनवरी को आयोजित इस प्रदर्शन में उपमुख्यमंत्री अजित पवार को काले झंडे दिखाए गए। अजित पवार, जो एनसीपी की जिला इकाई के एक कार्यक्रम में शामिल होने आए थे, उनके सामने मराठा महासंघ के कार्यकर्ताओं ने अपना आक्रोश व्यक्त किया।
प्रदर्शन का नेतृत्व और नारेबाजी
मराठा महासंघ के जिला अध्यक्ष अरविंद देशमुख के नेतृत्व में हुए इस प्रदर्शन में कार्यकर्ताओं ने सरपंच संतोष देशमुख की हत्या और पुलिस कस्टडी में सोमनाथ सूर्यवंशी की मौत को लेकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने इन घटनाओं के लिए न्याय की मांग की और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की अपील की।
बीड के पालक मंत्री हैं अजित पवार
गौरतलब है कि अजित पवार बीड जिले के पालक मंत्री भी हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे अरविंद देशमुख ने कहा कि अजित पवार की जिम्मेदारी है कि वे परभणी के सोमनाथ सूर्यवंशी और बीड के संतोष देशमुख के परिवारों को न्याय दिलाएं।
क्या है सरपंच संतोष देशमुख हत्याकांड?
बीड जिले के मासाजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख की 9 दिसंबर को किडनैपिंग के बाद हत्या कर दी गई थी। संतोष देशमुख इलाके में पवनचक्की प्रोजेक्ट संचालित करने वाली एक एनर्जी कंपनी द्वारा की जा रही कथित जबरन वसूली को रोकने का प्रयास कर रहे थे। इसी वजह से उनकी हत्या किए जाने का आरोप लगाया जा रहा है।
क्या है सोमनाथ सूर्यवंशी हत्याकांड?
15 दिसंबर को परभणी में पुलिस कस्टडी के दौरान 35 वर्षीय दलित व्यक्ति सोमनाथ सूर्यवंशी की मौत हो गई थी। सोमनाथ को संविधान की प्रति के कथित अपमान के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। परभणी हिंसा मामले में पकड़े जाने के बाद उनकी मौत सरकारी अस्पताल में हुई।
राज्य सरकार की प्रतिक्रिया
इन दोनों घटनाओं की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार ने जांच के लिए पैनल गठित किए हैं। इन घटनाओं ने महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था और सामाजिक न्याय से संबंधित मुद्दों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
मराठा संगठन के कार्यकर्ताओं द्वारा उठाए गए ये मुद्दे राज्य सरकार और प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण हैं। सरपंच संतोष देशमुख और सोमनाथ सूर्यवंशी के परिवारों को न्याय दिलाने की मांग ने पूरे राज्य में जनमानस को झकझोर दिया है। इन घटनाओं पर राज्य सरकार की प्रतिक्रिया और कार्रवाई पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं।
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