पाकिस्तान में जाफर एक्सप्रेस हाईजैक की घटना के बाद पहली बार पीएम शहबाज शरीफ बलूचिस्तान का दौरा करेंगे। जियो टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, वे क्वेटा पहुंचकर कानून और व्यवस्था की समीक्षा करेंगे और जनता के साथ एकजुटता व्यक्त करेंगे। ये दौरा पाकिस्तानी सेना द्वारा बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) के सभी 33 आतंकियों को मार गिराने के दावे के बाद हो रहा है।
जाफर एक्सप्रेस हाईजैक: 400 से अधिक यात्री बने बंधक
इस ट्रेन हाईजैक में 400 से अधिक यात्रियों को बंधक बनाया गया था। दो दिनों तक चले इस अभियान में इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने बताया कि आतंकियों को अफगानिस्तान में अपने मास्टरमाइंड से सैटेलाइट फोन के जरिए निर्देश मिल रहे थे।
आत्मघाती हमलावर ने यात्रियों को बनाया था ढाल
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने कहा कि इस ऑपरेशन में पाकिस्तान वायु सेना (PAF), विशेष सेवा समूह (SSG), सेना और फ्रंटियर कोर (FC) की इकाइयों ने हिस्सा लिया। आतंकियों ने 21 यात्रियों को शहीद कर दिया, जबकि बोलन जिले के मुश्कफ इलाके में 4 FC जवान भी शहीद हुए। सेना के स्नाइपर्स ने बंधकों को मानव ढाल बनाने वाले आत्मघाती हमलावरों को मार गिराया।
घायलों की स्थिति और राहत कार्य
इस हमले में घायल 29 यात्रियों को इलाज के लिए क्वेटा ले जाया गया, जिनमें से 16 को CMH और 13 को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल प्रशासन के मुताबिक, सभी घायल खतरे से बाहर हैं। साथ ही, 47 यात्रियों को क्वेटा स्थानांतरित किया गया।
रक्षामंत्री ख्वाजा आसिफ का बयान
रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि “पाकिस्तान कमजोर नहीं है और आतंकियों के आगे घुटने नहीं टेकेगा।” उन्होंने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पर आरोप लगाया कि वे भारतीय मीडिया और अफगानिस्तान के सोशल मीडिया अकाउंट्स की भाषा बोल रहे हैं।
गौरतलब है कि जाफर एक्सप्रेस अपहरण पाकिस्तान में बढ़ते सुरक्षा संकट को उजागर करता है। सरकार और सेना ने इस चुनौती का सामना करने का दावा किया है, लेकिन बलूचिस्तान में उग्रवाद और आतंकवाद को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। अब देखना ये होगा कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ इस दौरे के बाद क्या ठोस निर्णय लेते हैं।