Nagpur News: महाराष्ट्र के नागपुर शहर से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। हुडकेश्वर इलाके में एक डॉक्टर ने अपनी पत्नी की सिर्फ चरित्र पर शक के चलते बेरहमी से हत्या कर दी। इस मामले में मृतक डॉ. अर्चना राहुले थीं, जो एक सम्मानित फिजियोथेरेपिस्ट थीं। हैरानी की बात ये है कि हत्या के दोनों आरोपी भी डॉक्टर हैं। मृतक का पति डॉ. अनिल राहुले और उसका देवर डॉ. रवि राहुले।
क्या है पूरा मामला?
ये खौफनाक घटना हुडकेश्वर पुलिस थाना क्षेत्र के लाडेकर लेआउट में एक आवासीय मकान में हुई। पुलिस के अनुसार, डॉ. अनिल ने अपनी पत्नी डॉ. अर्चना के हाथ-पैर बांध दिए, और उनके देवर रवि ने उनके सिर पर रॉड से जोरदार प्रहार किया, जिसके कारण उनकी मौके पर ही मौत हो गई। ये हत्या 9 अप्रैल को की गई थी।
हैरतअंगेज बात ये है कि हत्या के बाद डॉ. अनिल ने शव को घर में ही छोड़ दिया और रायपुर चले गए। 14 अप्रैल को जब वो वापस लौटे, तो उन्होंने अनजान बनने का नाटक किया और पुलिस को बताया कि उनकी पत्नी की हत्या हो गई है। लेकिन पुलिस की गहन जांच में सच्चाई सामने आ गई। जांच में ये पुष्टि हुई कि हत्या में डॉ. अनिल और उनके भाई रवि का ही हाथ था।
पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई
पुलिस ने दोनों आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार कर लिया। अदालत ने उन्हें चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। डॉ. अर्चना एक मेडिकल अस्पताल में फिजियोथेरेपी विभाग में सहायक प्रोफेसर थीं। वहीं, आरोपी पति डॉ. अनिल (52 वर्ष) छत्तीसगढ़ के रायपुर में एक मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर के पद पर कार्यरत हैं।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
डॉ. अर्चना और डॉ. अनिल का एक बेटा है, जो तेलंगाना के करीमनगर में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है। अपनी मां की हत्या की खबर सुनकर वो गहरे सदमे में है। बताया जाता है कि डॉ. अर्चना और डॉ. अनिल ने प्रेम विवाह किया था, लेकिन ये रिश्ता इतने दुखद अंत के साथ खत्म होगा, किसी ने सोचा भी नहीं था।
ये घटना न केवल एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि समाज के लिए भी एक गंभीर सवाल खड़ा करती है। शिक्षित और जिम्मेदार लोगों से ऐसी क्रूरता की उम्मीद नहीं की जाती। ये हमें रिश्तों में विश्वास, संवाद और सम्मान की अहमियत को समझने की सीख देता है।
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