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26/11 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा का बड़ा खुलासा; NIA के सामने हेडली की खोली पोल

तहव्वुर राणा
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6/11 मुंबई हमले के कथित मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की हिरासत में बड़ा खुलासा किया है। सूत्रों के अनुसार, राणा ने हमले में अपनी किसी भी भूमिका से इनकार किया है और पूरी जिम्मेदारी अपने सहयोगी डेविड हेडली पर डाल दी है। यहां हम राणा की पूछताछ, उनके दावों और इस मामले से जुड़े अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा करेंगे।

तहव्वुर राणा ने क्या कहा?
NIA की हिरासत में तहव्वुर राणा ने दावा किया कि 26/11 हमले में उनकी कोई संलिप्तता नहीं थी। उन्होंने जांच एजेंसी को बताया कि इस हमले का असली मास्टरमाइंड डेविड हेडली था। राणा का कहना है कि वो केवल हेडली के साथ व्यावसायिक रिश्तों में था और हमले की साजिश से अनजान था। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि राणा पूछताछ में पूरी तरह सहयोग नहीं कर रहे हैं।

महत्वपूर्ण बिंदु: तहव्वुर राणा ने हेडली को 26/11 हमले का मास्टरमाइंड बताया और अपनी भूमिका से इनकार किया।

राणा की मांगें और चिंताएं
हिरासत में रहते हुए राणा ने कई मांगें रखी हैं। वो अपने परिवार, खासकर कनाडा में रहने वाले अपने छोटे भाई से बात करना चाहता है। इसके लिए उन्होंने जांच एजेंसी से प्रक्रिया की जानकारी मांगी है। साथ ही, राणा ने दिल्ली की गर्मी की शिकायत की है, क्योंकि उन्हें एक सेंट्रलाइज्ड एयर-कंडीशन्ड बिल्डिंग में रखा गया है। उन्होंने नॉन-वेज खाने की मांग भी की, लेकिन नियमों के अनुसार उन्हें केवल तय भोजन दिया जा रहा है।

एनआईए की पूछताछ और सबूत
NIA तहव्वुर राणा से 26/11 हमले से जुड़े ठोस सबूतों के आधार पर पूछताछ कर रही है। जांच एजेंसी ने उन्हें हमले से संबंधित दस्तावेज और अन्य सबूत दिखाए हैं। राणा का स्वास्थ्य ठीक बताया जा रहा है और उनका नियमित मेडिकल चेकअप हो रहा है। इसके अलावा, राणा भारतीय न्यायिक प्रक्रिया और अपने खिलाफ लगे कानूनी धाराओं की जानकारी इकट्ठा करने की कोशिश कर रहे हैं।

पाकिस्तान कनेक्शन और विदेश मंत्रालय का बयान
इस मामले में भारत के विदेश मंत्रालय ने भी सख्त रुख अपनाया है। मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने हाल ही में कहा, “पाकिस्तान लाख कोशिशें कर ले, लेकिन वैश्विक आतंकवाद के केंद्र के रूप में उसकी पहचान बनी रहेगी।” तहव्वुर राणा का प्रत्यर्पण पाकिस्तान के लिए एक चेतावनी है कि उसे 26/11 हमले के अन्य अपराधियों को भी जवाबदेह ठहराना होगा।

विदेश मंत्रालय की चेतावनी: तहव्वुर राणा का प्रत्यर्पण पाकिस्तान के लिए सख्त संदेश है।

क्या है इस मामले का महत्व?
26/11 मुंबई हमला भारत के इतिहास में सबसे भीषण आतंकी हमलों में से एक था। तहव्वुर राणा की पूछताछ और उनके खुलासे इस मामले में नई जानकारी सामने ला सकते हैं। राणा का हेडली को जिम्मेदार ठहराना और पाकिस्तान का कनेक्शन इस मामले को और जटिल बनाता है। एनआईए की जांच से ये स्पष्ट होने की उम्मीद है कि इस हमले के पीछे और कौन-कौन शामिल था।

निश्चित रूप से तहव्वुर राणा की हिरासत और पूछताछ 26/11 मुंबई हमले की साजिश को समझने में महत्वपूर्ण साबित हो सकती है। हालांकि, राणा का असहयोग और उनकी मांगें जांच प्रक्रिया को चुनौतीपूर्ण बना रही हैं। भारत का सख्त रुख और विदेश मंत्रालय का बयान इस मामले में वैश्विक स्तर पर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को और मजबूत करता है।

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