महाराष्ट्र सरकार एक अनोखी और प्रेरणादायक पहल शुरू करने जा रही है, जो बच्चों के दिलों में देशभक्ति का जज्बा जगाएगी। जी हां, अब पहली क्लास से ही राज्य के स्कूलों में बच्चों को बेसिक मिलिट्री ट्रेनिंग दी जाएगी। इस पहल का मकसद बच्चों को डिसीप्लीन्ड और फिजीकली फिट बनाना है, साथ ही उनमें रिस्पॉन्सबिलीटी और देशप्रेम की भावना को विकसित करना भी है। एजुकेशन मिनिस्टर दादा भुसे ने इस योजना की घोषणा की और बताया कि ये ट्रेनिंग बच्चों में फिजिकल एक्सरसाइज के प्रति अवेयरनेस लाएगा और उन्हें रिस्पॉन्सिबल नागरिक बनने के लिए प्रेरित करेगा। शुरुआत में ये ट्रेनिंग बेसिक स्तर का होगा।
इसके लिए रिटायर्ड सैनिकों को अप्वॉयंट किया जाएगा, और जल्द ही लगभग ढाई लाख पूर्व सैनिकों की रिक्रूटमेंट की प्रक्रिया शुरू होगी। साथ ही, एनसीसी, स्काउट्स और गाइड्स जैसे संगठन भी इस पहल में सहयोग करेंगे। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, इस आइडिया की प्रेरणा सिंगापुर से मिली है, जहां हाल ही में महाराष्ट्र के 48 टीचरों ने वहां के शिक्षा मॉडल का अध्ययन किया है। सिंगापुर में “राष्ट्र प्रथम” की अवधारणा देखकर, महाराष्ट्र सरकार ने फैसला लिया कि बच्चों को छोटी उम्र से ही देशभक्ति और नेतृत्व के गुण सिखाए जाएं।
यही नहीं, इसके अलावा बच्चों के हेल्थ पर भी खास ध्यान दिया जाएगा। मिलिट्री के साथ उनका रेगुलर हेल्थ चेकअप होगा और हर बच्चे का हेल्थ कार्ड भी बनाया जाएगा, ताकि उनकी सेहत के साथ कोई लापरवाही न हो। सीएम देवेंद्र फडणवीस ने इस योजना की सराहना की और कहा कि ये बच्चों को मजबूत मूल्यों और देशप्रेम की नींव देगी। सरकार इस प्रस्ताव पर तेजी से काम कर रही है, और जल्द ही पूरे महाराष्ट्र में इसकी शुरुआत होगी। निश्चित रूप से महाराष्ट्र सरकार की ये पहल बच्चों को न केवल अनुशासित बनाएगी, बल्कि उन्हें एक जिम्मेदार और देशभक्त नागरिक बनने का रास्ता भी दिखाएगी।
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