My Pothole Quick Fix App: मुंबई की सड़कों पर हर साल मॉनसून के साथ एक पुरानी समस्या उभरकर सामने आती है—खड्डे। ये खड्डे (Potholes) न केवल यात्रियों के लिए परेशानी का सबब बनते हैं, बल्कि गाड़ियों को नुकसान और दुर्घटनाओं का कारण भी बनते हैं। लेकिन इस बार बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने इस समस्या से निपटने के लिए एक नया और आधुनिक समाधान पेश किया है। बीएमसी ने ‘माय पोथोल क्विक फिक्स’ (My Pothole Quick Fix) नामक एक नई मोबाइल ऐप लॉन्च की है, जिसके जरिए मुंबईकर आसानी से सड़कों पर खड्डों की शिकायत दर्ज कर सकते हैं। यह कदम नई पीढ़ी के लिए खास तौर पर आकर्षक है, जो तकनीक के साथ सहज है और त्वरित समाधान चाहती है।
यह नई ऐप 2019 में लॉन्च हुई ‘मायबीएमसी पोथोल फिक्स इट’ ऐप का उन्नत संस्करण है। पुरानी ऐप में शिकायत दर्ज करने के लिए सात-आठ चरणों से गुजरना पड़ता था, जो कई लोगों के लिए जटिल था। लेकिन नई ऐप ‘माय पोथोल क्विक फिक्स’ (My Pothole Quick Fix) को और अधिक उपयोगकर्ता-अनुकूल बनाया गया है। अब केवल दो-तीन चरणों में शिकायत दर्ज की जा सकती है। बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त (परियोजनाएं) अभिजीत बांगर ने बताया कि इस ऐप में उपयोगकर्ता को केवल खड्डे की तस्वीर खींचकर, उसका स्थान जियो-टैग करना होगा और एक संक्षिप्त विवरण देना होगा। इसके बाद शिकायत सीधे सड़क विभाग को भेजी जाएगी, जो स्थानीय वार्ड अधिकारियों को इसे ठीक करने का निर्देश देगा।
बीएमसी ने यह वादा किया है कि हर शिकायत पर 48 घंटों के भीतर कार्रवाई की जाएगी। अगर खड्डा समय पर ठीक नहीं होता, तो मुंबईकर इस मुद्दे को उच्च अधिकारियों तक बढ़ा सकते हैं। यह सुविधा न केवल पारदर्शिता लाती है, बल्कि यह नागरिकों को सिस्टम के प्रति जवाबदेही सुनिश्चित करने का अधिकार भी देती है। ऐप के जरिए शिकायतकर्ता यह भी देख सकते हैं कि उनकी शिकायत पर कितना समय लगा और क्या कार्रवाई हुई। यह तकनीकी कदम नई पीढ़ी के लिए खास तौर पर उपयोगी है, जो तुरंत परिणाम और अपडेट की उम्मीद रखती है।
इसके अलावा, बीएमसी ने एक व्हाट्सएप चैटबॉट भी शुरू किया है, जिसका नंबर 8999228999 है। इस चैटबॉट के जरिए लोग मराठी में ‘खड्डा’ या अंग्रेजी में ‘पोथोल’ (Potholes) जैसे कीवर्ड्स भेजकर शिकायत दर्ज कर सकते हैं। यह सुविधा उन लोगों के लिए विशेष रूप से मददगार है, जो ऐप का उपयोग नहीं करना चाहते या जिनके पास स्मार्टफोन नहीं है। बीएमसी का यह कदम ‘स्मार्ट मुंबई’ अभियान का हिस्सा है, जिसका मकसद डिजिटल उपकरणों के जरिए नागरिक सेवाओं को बेहतर बनाना है। अभिजीत बांगर ने कहा कि मुंबई के लोग सुरक्षित सड़कों और कुशल सेवाओं के हकदार हैं, और यह ऐप उन्हें सिस्टम को जवाबदेह बनाने का मौका देता है।
मुंबई की सड़कों पर खड्डों की समस्या कोई नई बात नहीं है। हर साल मॉनसून में सड़कें टूटती हैं, और यात्रियों को जाम, गाड़ियों को नुकसान और कभी-कभी दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ता है। बीएमसी पहले भी खड्डों से निपटने के लिए कई उपाय कर चुकी है, जैसे कि ठंडे मिश्रण (कोल्ड मिक्स) या टार और पत्थर के मिश्रण का उपयोग। इस बार नई ऐप और चैटबॉट के जरिए बीएमसी ने इस प्रक्रिया को और तेज करने की कोशिश की है। यह ऐप एंड्रॉयड और आईओएस दोनों प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है, जिससे हर मुंबईकर इसे आसानी से डाउनलोड कर सकता है।
यह तकनीकी पहल न केवल खड्डों की समस्या को हल करने में मदद करेगी, बल्कि यह नागरिकों को सशक्त भी बनाएगी। पहले लोग खड्डों की शिकायत करने के लिए लंबी प्रक्रियाओं से गुजरते थे या उनकी शिकायतों पर कार्रवाई नहीं होती थी। लेकिन अब, केवल कुछ क्लिक में शिकायत दर्ज करना और उसका स्टेटस ट्रैक करना संभव है। यह नई पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा है, जो तकनीक के जरिए बदलाव लाना चाहती है। बीएमसी का यह प्रयास दिखाता है कि कैसे डिजिटल समाधान शहर की पुरानी समस्याओं को हल करने में मदद कर सकते हैं।
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