17 Projects Launched in Nagpur: महाराष्ट्र, एक ऐसा राज्य जो अपनी आर्थिक शक्ति और सांस्कृतिक धरोहर के लिए जाना जाता है, अब बुनियादी ढांचे के विकास में भी नई ऊंचाइयां छू रहा है। नागपुर जैसे शहरों में हाल ही में हुए विकास कार्यों ने यह साबित कर दिया कि सरकार हर नागरिक के सपनों को हकीकत में बदलने के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने नागपुर में 17 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया, जिनमें प्रधानमंत्री आवास योजना (Prime Minister Awas Yojana) के तहत सस्ते घर, अग्निशमन केंद्र, आयुष्मान स्वास्थ्य मंदिर और फ्लाईओवर सौंदर्यीकरण (flyover beautification) जैसी योजनाएं शामिल हैं। यह केवल परियोजनाओं का उद्घाटन नहीं, बल्कि लाखों लोगों के जीवन को बेहतर बनाने का एक वादा है।
नागपुर के वांजरा क्षेत्र में स्वप्न निकेतन योजना के तहत लोगों को उनके नए घरों की चाबियां सौंपी गईं। यह परियोजना प्रधानमंत्री आवास योजना (Prime Minister Awas Yojana) का हिस्सा है, जिसका लक्ष्य हर भारतीय को पक्का घर देना है। मुख्यमंत्री फडणवीस ने इस अवसर पर कहा कि महाराष्ट्र की 12 करोड़ आबादी में से डेढ़ करोड़ लोगों को उनके सपनों का घर देने का संकल्प लिया गया है। स्वप्न निकेतन योजना का काम 2023 में शुरू हुआ था, और मात्र दो साल में इसे पूरा कर लिया गया। इस योजना के तहत 55.29 करोड़ रुपये की लागत से 480 लोगों को उत्कृष्ट फ्लैट दिए गए हैं। यह उन परिवारों के लिए एक बड़ा कदम है, जो अब तक कच्चे या जर्जर मकानों में रहने को मजबूर थे। केंद्र सरकार ने हाल ही में 30 लाख और घर बनाने की मंजूरी दी है, जिससे यह सपना और बड़ा हो रहा है।
नागपुर में केवल आवास ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं को भी मजबूत किया जा रहा है। शहर में 123 आयुष्मान स्वास्थ्य मंदिर (Ayushman Wellness Centers) स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है, जिनमें से 83 पहले ही शुरू हो चुके हैं। 27 जून को 27 नए केंद्रों का उद्घाटन किया गया। ये केंद्र लोगों को मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करेंगे, ताकि उन्हें निजी डॉक्टरों के पास जाने की जरूरत न पड़े। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर में 2.5 लाख ऐसे केंद्र बनाने का संकल्प लिया है, और महाराष्ट्र इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। ये केंद्र न केवल बीमारियों का इलाज करेंगे, बल्कि स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा भी देंगे। उदाहरण के लिए, एक स्थानीय निवासी संजय वर्मा ने बताया कि उनके बुजुर्ग माता-पिता को अब नियमित स्वास्थ्य जांच के लिए दूर नहीं जाना पड़ता, क्योंकि आयुष्मान केंद्र उनके घर के पास ही है।
सुरक्षा भी सरकार की प्राथमिकता में है। नागपुर में बढ़ती बहुमंजिला इमारतों को देखते हुए अग्निशमन सेवाओं को और सक्षम किया गया है। 18.38 करोड़ रुपये की लागत से पांचपावली में एक नया अग्निशमन केंद्र बनाया गया है। इसके अलावा, 4.14 करोड़ रुपये की लागत से तीन नए फायर टेंडर भी खरीदे गए हैं। ये टेंडर आधुनिक तकनीक से लैस हैं, जो आग लगने की स्थिति में तेजी से कार्रवाई कर सकते हैं। एक अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि ये नए वाहन ऊंची इमारतों तक आसानी से पहुंच सकते हैं, जिससे जान-माल की रक्षा करना आसान हो गया है। यह कदम शहर को सुरक्षित और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण है।
शहर को सुंदर और पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए भी कई कदम उठाए गए हैं। मेहंदीबाग, दही बाजार, सक्करदरा और दिघोरी में फ्लाईओवर सौंदर्यीकरण (flyover beautification) का काम 3.85 करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया गया है। इन फ्लाईओवर के नीचे हरियाली, रंग-बिरंगे चित्र और आकर्षक डिजाइन बनाए गए हैं, जो शहर की खूबसूरती को बढ़ा रहे हैं। पर्यावरण संरक्षण के लिए 5.47 करोड़ रुपये की लागत से एक ट्री ट्रांसप्लांट मशीन भी खरीदी गई है। यह मशीन पेड़ों को उनकी जड़ों सहित दूसरी जगह ले जा सकती है, जिससे विकास कार्यों के दौरान पेड़ों की कटाई कम होगी। एक स्थानीय पर्यावरण कार्यकर्ता रीता देशमुख ने बताया कि इस मशीन ने हाल ही में एक सड़क चौड़ीकरण परियोजना में 20 पेड़ों को सुरक्षित स्थानांतरित किया, जो पहले काटे जाने वाले थे।
नागपुर में बुनियादी ढांचे का विकास केवल आवास और स्वास्थ्य तक सीमित नहीं है। परिवहन सेवाओं को भी आधुनिक बनाया जा रहा है। शहर में इलेक्ट्रिक बसों का उद्घाटन किया गया है, जो डीजल बसों की तुलना में सस्ती और पर्यावरण के अनुकूल हैं। इन बसों का किराया डीजल बसों जितना ही रखा गया है, ताकि आम लोग आसानी से इनका उपयोग कर सकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि लोगों को उनके घर से 300 से 500 मीटर की दूरी पर ही परिवहन सेवा मिले। इसके अलावा, महा मेट्रो की सेवाएं बूटीबोरी और कामठी तक विस्तारित की जा रही हैं। मेट्रो और बसों को आपस में जोड़कर एक ऐसी परिवहन व्यवस्था बनाई जा रही है, जिसमें लोगों को निजी वाहनों की जरूरत कम हो।
शहर के विकास के साथ-साथ रोजगार के अवसर भी बढ़ रहे हैं। नागपुर और आसपास के क्षेत्रों में एक लाख करोड़ रुपये का निवेश होने जा रहा है, जिससे हजारों युवाओं को नौकरियां मिलेंगी। इसके अलावा, पीएम आवास योजना के तहत घरों की रजिस्ट्री अब केवल 1,000 रुपये में होगी, जो पहले 15,000 से 20,000 रुपये तक थी। पालक मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने बताया कि सरकार ने सभी घरों को मुफ्त में पांच ब्रास रेत देने का फैसला किया है, जिससे निर्माण कार्य आसान हो जाएगा। इसके साथ ही, 40,000 रुपये में सोलर प्रोजेक्ट भी शुरू किए जाएंगे, जो ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में बिजली की बचत करेंगे।
नागपुर में अन्य परियोजनाओं में 45.68 लाख रुपये की लागत से ओंकारनगर में एक स्मार्ट शौचालय, 2.21 करोड़ रुपये की लागत से एक हॉट मिक्स प्लांट और 3.23 करोड़ रुपये की लागत से कलमना में एक स्विमिंग पूल शामिल है। ये परियोजनाएं शहरवासियों को बेहतर सुविधाएं देने के साथ-साथ उनकी जीवनशैली को भी उन्नत कर रही हैं। उदाहरण के लिए, कलमना स्विमिंग पूल के उद्घाटन के बाद स्थानीय युवा प्रशांत मेश्राम ने बताया कि अब उन्हें तैराकी सीखने के लिए महंगे क्लबों में जाने की जरूरत नहीं है।
#PMAY, #InfrastructureMaharashtra, #FlyoverBeautification, #AyushmanWellness, #NagpurDevelopment
ये भी पढ़ें: मुंबई फिल्म सिटी में ‘अनुपमा’ सेट पर भीषण आग, कोई हताहत नहीं