Eastern Freeway No Street Lights: मुंबई की पूर्वी फ्रीवे, जो दक्षिण मुंबई को घाटकोपर से जोड़ती है, रात के समय एक खतरनाक सड़क बन गई है। इस 16.8 किलोमीटर लंबी सिग्नल-मुक्त सड़क पर लाखों वाहन चालक रोजाना सफर करते हैं, जो पी डी’मेलो रोड से घाटकोपर-मानखुर्द लिंक रोड तक जाती है। लेकिन पिछले कई महीनों से इस फ्रीवे के कई हिस्सों में स्ट्रीट लाइट्स काम नहीं कर रही हैं, जिसके कारण रात में ड्राइविंग जोखिम भरी हो गई है। यह मुद्दा न केवल वाहन चालकों की सुरक्षा से जुड़ा है, बल्कि BMC की लापरवाही को भी उजागर करता है।
पूर्वी फ्रीवे (Eastern Freeway) मुंबई की सबसे व्यस्त और महत्वपूर्ण सड़कों में से एक है। यह सड़क न केवल समय बचाती है, बल्कि पूर्वी उपनगरों को शहर के केंद्र से जोड़ने का एक सुगम रास्ता भी है। लेकिन जब रात होती है, तो यह सड़क अंधेरे में डूब जाती है। खासकर वडाला से चेंबूर तक का हिस्सा और फ्रीवे का सुरंग वाला हिस्सा पूरी तरह अंधेरे में है। डी पिंटो, जो चेंबूर के निवासी हैं और रोजाना इस सड़क का इस्तेमाल करते हैं, बताते हैं कि पिछले छह महीनों से स्ट्रीट लाइट्स बंद हैं। बारिश के मौसम में सड़क किनारे पानी जमा हो जाता है, और बिना रोशनी के ड्राइविंग और भी खतरनाक हो जाती है।
इस सड़क पर 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार सीमा है। लेकिन अंधेरे में तेज रफ्तार गाड़ियां चलाना किसी दुर्घटना को न्योता देना है। हेमंत विचारे, जो रोज इस फ्रीवे का इस्तेमाल करते हैं, कहते हैं कि बिना स्ट्रीट लाइट्स के यह सड़क रात में बेहद असुरक्षित है। चेंबूर के बाद घाटकोपर की ओर जाने वाला फ्लाईओवर भी अब अंधेरे में डूबा रहता है। यह स्थिति तब और गंभीर हो जाती है, जब भारी ट्रैफिक और तेज रफ्तार गाड़ियां इस सड़क पर चलती हैं। वाहन चालकों का कहना है कि BMC को कम से कम कार्यशील स्ट्रीट लैंप लगाने चाहिए थे, ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
यह फ्रीवे MMRDA द्वारा बनाया गया था और 2015 में इसे पूरी तरह BMC को संचालन और रखरखाव के लिए सौंप दिया गया था। लेकिन BMC के विभाग इस समस्या को लेकर एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डाल रहे हैं। BMC के चीफ इंजीनियर (ब्रिजेस) उत्तम श्रोते का कहना है कि वह अपनी टीम को बार-बार इस मुद्दे पर काम करने के लिए कहते हैं। उनके अनुसार, स्ट्रीट लाइट्स को ठीक करने या नई लाइट्स लगाने के लिए टेंडर और कोटेशन की प्रक्रिया चल रही है। लेकिन दूसरी ओर, चीफ इंजीनियर (मैकेनिकल एंड इलेक्ट्रिकल) कृष्णा पेरेकर का कहना है कि उनका विभाग न तो कोई टेंडर निकाल रहा है और न ही लाइट्स ठीक करने की प्रक्रिया में है।
इस बीच, बिजली आपूर्ति करने वाली कंपनी अडानी इलेक्ट्रिसिटी ने स्पष्ट किया कि उनकी ओर से फ्रीवे सहित क्षेत्र में बिजली की कोई कटौती नहीं है। इसका मतलब है कि समस्या बिजली आपूर्ति की नहीं, बल्कि स्ट्रीट लाइट्स के रखरखाव की है। यह कोई नई बात नहीं है। जुलाई 2023 में भी इस सड़क पर स्ट्रीट लाइट्स के काम न करने की समस्या सामने आई थी। तब भी यह मुद्दा चर्चा में था कि पूर्वी फ्रीवे रात में मुंबई की सबसे खतरनाक सड़क बन रही है। लेकिन BMC की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।