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अंधविश्वास की हद: तांत्रिक के कहने पर पिया शौचालय का पानी, हुई मौत

अंधविश्वास
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आए दिन अंधविश्वास से जुड़ी खबरें हमारे दिलो-दिमाग को झकझड़ने का काम करती रहती है। कभी किसी ने किसी की बली दे दी, तो कभी किसी ने खुद की जान गंवा दी, और उन सबकी वजह क्या रही? तो बस अंधविश्वास। अब इन दिनों एक ऐसी खबर लोगों को तकलीफ दे रही है, जिसमें आजमगढ़ की 35 वर्षीय अनुराधा ने पुत्र प्राप्ति की चाहत में तांत्रिक के कहने पर नाले और शौचालय का पानी पी लिया, जिससे उसकी मौत हो गई।

दरअसल कंधरापुर थाना क्षेत्र के पहलवानपुर गांव की रहने वाली अनुराधा, जो बलिराम यादव की बेटी थी, की शादी 2014 में तहबरपुर थाना क्षेत्र के नैपुरा गांव में हुई थी। शादी के 10 साल बाद भी अनुराधा को संतान नहीं हुई, जिसके चलते वो पुत्र प्राप्ति की उम्मीद में गांव के एक तांत्रिक के पास गई थी।

तांत्रिक ने की अमानवीय हरकत
परिजनों के अनुसार, तांत्रिक चंदू और उसके चार-पांच सहयोगियों ने अनुराधा के साथ क्रूर व्यवहार किया। तांत्रिक ने अनुराधा के बाल खींचे, गला और मुंह जोर-जोर से दबाया। अनुराधा की मां ने इस अमानवीय कृत्य का विरोध किया, लेकिन तांत्रिक ने उनकी एक न सुनी और दावा किया कि अनुराधा पर किसी “छाया” का साया है, जिसका यही उपाय है।

नाले का गंदा पानी पिलाने का आरोप
परिजनों और ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि तांत्रिक ने अनुराधा को नाले और शौचालय का गंदा पानी पिलाया। इसके कुछ ही देर बाद अनुराधा की तबीयत बिगड़ गई। तांत्रिक और उसके सहयोगी उसे जिला अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अनुराधा की मौत के बाद तांत्रिक शव को अस्पताल में छोड़कर फरार हो गया।

पुलिस ने शुरू की जांच, तांत्रिक ने किया आत्मसमर्पण
घटना की सूचना मिलते ही कंधरापुर थानाध्यक्ष के.के. गुप्ता और सीओ सिटी मौके पर पहुंचे। हैरानी की बात ये है कि तांत्रिक चंदू ने बाद में कंधरापुर थाने पहुंचकर आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस ने अनुराधा के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और अन्य आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।

परिजनों ने बताया कि तांत्रिक ने संतान प्राप्ति के लिए 1 लाख रुपये का “ठेका” लिया था, जिसमें से 22,000 रुपये एडवांस के तौर पर पहले ही ले लिए गए थे।

पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
स्थानीय लोगों के अनुसार, इस गांव में पहले भी इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं, जहां अंधविश्वास के नाम पर लोगों को ठगा गया और उनकी जान को खतरा हुआ। अनुराधा दो बहनों और एक भाई में सबसे बड़ी थी। इस घटना ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है।

पुलिस की कार्रवाई और जांच
एसपी सिटी मधुबन कुमार सिंह ने बताया कि अनुराधा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई है। मृतका के पिता बलिराम की तहरीर पर तांत्रिक चंदू, उसकी पत्नी और दो अन्य सहयोगियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है और अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छानबीन कर रही है।

अंधविश्वास के खिलाफ जागरूकता की जरूरत
ये घटना बताती है कि संतान प्राप्ति के लिए लोग कितने हताश होकर गलत रास्तों पर चल पड़ते हैं। समाज में जागरूकता फैलाने और अंधविश्वास को खत्म करने की सख्त जरूरत है, ताकि ऐसी दुखद घटनाओं को रोका जा सके।

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