Navi Mumbai Auto Theft Racket Busted: नवी मुंबई में ऑटो रिक्शा चोरी का बड़ा मामला सामने आया है। क्राइम ब्रांच ने एक चोरी के गिरोह का भंडाफोड़ किया। पुलिस ने दो चोरों को गिरफ्तार किया और 12 चोली गईं बजाज ऑटो रिक्शा बरामद की, जिनकी कीमत करीब 24 लाख रुपये है।
मामला तब शुरू हुआ, जब 28 मई को सीबीडी बेलापुर के सेक्टर 11 से एक ऑटो रिक्शा, जिसका नंबर MH-46-BD-9956 था, चोरी हो गया। सीबीडी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज होने के बाद क्राइम डिटेक्शन टीम ने जांच शुरू की। पुलिस ने 60 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली और तकनीकी सुरागों का इस्तेमाल किया। आखिरकार, दो चोरों का पता चला।
पकड़े गए चोरों के नाम नजीमोद्दीन अजीमोद्दीन काजी और साकिब शमसु शेख हैं। नजीमोद्दीन, जो 43 साल का है, जलना के परतुर का रहने वाला है। वहीं, 24 साल का साकिब जलना से है, लेकिन अब पनवेल के तलोजा फेज-2 में रहता है। पुलिस ने नजीमोद्दीन को 12 जुलाई को जलना से गिरफ्तार किया।
पूछताछ में चोरों ने कबूल किया कि उन्होंने नवी मुंबई के सीबीडी, खारघर, कलंबोली और पनवेल इलाकों से 12 ऑटो रिक्शा चुराए। ये रिक्शा उन्होंने जलना, हिंगोली, परभानी और छत्रपति संभाजीनगर जैसे जिलों में छिपा दी थीं। पकड़े जाने से बचने के लिए चोरों ने रिक्शा के इंजन और चेसिस नंबरों के साथ छेड़छाड़ की थी। लेकिन पुलिस ने फोरेंसिक और तकनीकी तरीकों से सभी 12 रिक्शा ढूंढ निकालीं।
हर रिक्शा की कीमत करीब 2 लाख रुपये है। चोरी की ये घटनाएं पिछले एक साल से चल रही थीं। पहली चोरी जून 2024 में हुई थी। चोरों ने बताया कि पहले वो खुद रिक्शा चलाते थे, लेकिन बाद में चोरी का धंधा शुरू कर दिया। तीन रिक्शा सीबीडी पुलिस स्टेशन, चार खारघर, चार कलंबोली और एक पनवेल सिटी पुलिस स्टेशन के इलाके से चुराई गई थीं।
इस कामयाब ऑपरेशन को नवी मुंबई पुलिस कमिश्नर मिलिंद भरमबे, जॉइंट कमिश्नर संजय येनपुरे, डीसीपी पंकज दहाने और एसीपी मयूर भुजबल की देखरेख में अंजाम दिया गया। जांच की अगुवाई सीनियर पीआई संदेश रेवाले और क्राइम पीआई अरुण पवार ने की। उनकी टीम में एपीआई सुरेश डांबरे, पीएसआई विष्णु वाघ और कई पुलिसकर्मी शामिल थे।
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