Chhagan Bhujbal Big Statement in Nashik: महाराष्ट्र के नासिक में एक भव्य समारोह में खाद्य, नागरी आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण मंत्री छगन भुजबल ने नाई समुदाय को शिक्षा और एकता का महत्व समझाया। यह समारोह श्रीहरि बैंक्वेट हॉल में सेंट सेना महाराज की 725वीं जयंती और पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित किया गया था। भुजबल ने इस मौके पर नाई समुदाय और ओबीसी समुदाय को एकजुट होकर अपने अधिकारों के लिए लड़ने का आह्वान किया। उन्होंने शिक्षा को प्रगति का आधार बताया और खासकर महिलाओं को शिक्षा, रोजगार और उद्यमिता में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। यह समारोह सामाजिक सुधार और समुदाय की एकता का प्रतीक बन गया।
सेंट सेना महाराज को श्रद्धांजलि
छगन भुजबल ने समारोह में सेंट सेना महाराज को श्रद्धांजलि दी, जिन्हें भक्ति आंदोलन का एक प्रेरक व्यक्तित्व माना जाता है। उन्होंने कहा कि सेंट सेना महाराज ने समानता, मानवता और सेवा की शिक्षा दी थी, जो आज भी उतनी ही प्रासंगिक है। भुजबल ने बताया कि आज के युग में, जब विज्ञान और तकनीक ने इतनी तरक्की कर ली है, तब भी समाज में असमानता और अंधविश्वास मौजूद हैं। ऐसे में सेंट सेना महाराज की शिक्षाएं लोगों को सही रास्ता दिखा सकती हैं। उन्होंने समुदाय से इन शिक्षाओं को अपने जीवन में अपनाने की अपील की, ताकि समाज में सकारात्मक बदलाव आए।
शिक्षा पर विशेष जोर
भुजबल ने नाई समुदाय की शिक्षा के क्षेत्र में प्रगति की तारीफ की, लेकिन साथ ही कहा कि अभी और मेहनत की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आज का दौर ज्ञान और तकनीक का है, और बिना शिक्षा के कोई भी समुदाय आगे नहीं बढ़ सकता। खासकर युवाओं को उच्च शिक्षा, तकनीक, व्यापार और उद्योग में कदम बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। भुजबल ने महिलाओं को भी शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि अगर महिलाएं शिक्षित और आत्मनिर्भर होंगी, तो यह सेंट सेना महाराज को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
ओबीसी समुदाय की एकता और अधिकार
मंत्री ने ओबीसी समुदाय की एकता पर जोर देते हुए कहा कि एकजुट रहकर ही वे अपने अधिकारों की रक्षा कर सकते हैं। उन्होंने आगामी जाति जनगणना का जिक्र किया और समुदाय से इसमें सक्रिय रूप से हिस्सा लेने की अपील की। भुजबल ने कहा कि सही जानकारी देने से ओबीसी समुदाय के हक और हित सुरक्षित रहेंगे। उन्होंने आश्वासन दिया कि अगर समुदाय एक साथ खड़ा होगा, तो कोई भी ताकत उनके रास्ते में नहीं आ सकती। यह संदेश नाई समुदाय और पूरे ओबीसी समुदाय के लिए एक बड़ा प्रेरणा स्रोत बना।
समारोह में शामिल हुए बड़े नेता
इस समारोह में कई बड़े नेता और गणमान्य लोग मौजूद थे। NCP के राज्य महासचिव दिलीप खैरे, जिला अध्यक्ष रविंद्र पागर और शिवसेना के उपनेता अजय बोरस्ते ने भी समारोह में हिस्सा लिया। इन नेताओं की मौजूदगी ने इस आयोजन को और खास बना दिया। समारोह में नाई समुदाय के लोगों ने अपने अधिकारों और प्रगति के लिए एकजुट होने का संकल्प लिया। भुजबल ने समुदाय की इस प्रतिबद्धता की सराहना की और कहा कि यह एकता भविष्य में बड़े बदलाव लाएगी।
सामाजिक सुधार का संदेश
भुजबल ने अपने भाषण में सामाजिक सुधार पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि सेंट सेना महाराज की शिक्षाएं आज भी हमें सामाजिक बुराइयों से लड़ने की प्रेरणा देती हैं। उन्होंने समुदाय से अपील की कि वे शिक्षा, एकता और सामाजिक जागरूकता के जरिए अपने हक के लिए लड़ें। भुजबल ने यह भी कहा कि ओबीसी समुदाय की ताकत उसकी एकजुटता में है, और यह एकता ही उन्हें हर मुश्किल से पार पाने में मदद करेगी। यह समारोह नासिक में सामाजिक और राजनीतिक बदलाव का एक बड़ा कदम साबित हुआ।






























