Pakistan UNGA Terror Glorification: यूनाइटेड नेशंस जनरल असेंबली (UNGA) में जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने एक बार फिर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान हुई सैन्य झड़प में अपनी ‘जीत’ का दावा किया, तो भारत ने उन्हें तुरंत आईना दिखा दिया। भारत की तरफ से प्रतिनिधि ने पाकिस्तान के इस झूठे दावे पर एक तंज भरा जवाब दिया, जिसे सुनकर पाकिस्तान के सैन्य और राजनीतिक नेताओं को मिर्ची लगनी तय है।
भारत ने साफ शब्दों में कहा कि अगर तबाही के मलबे पर पाकिस्तान को अपनी जीत दिखाई देती है, तो वह इसे देखकर खुश हो सकता है। भारत ने पाकिस्तान को आतंकवाद को पनाह देने और ओसामा बिन लादेन जैसे आतंकियों को छिपाने के लिए भी घेरा। भारत ने कहा कि आतंकवाद का महिमामंडन करना पाकिस्तान की पुरानी आदत बन चुका है।
जले हुए हैंगर और ध्वस्त रनवे ही क्या तुम्हारी जीत है?
भारत ने पाकिस्तान पर तंज कसते हुए कहा, ‘अगर धूल में मिले रनवे और जले हुए हैंगर किसी ‘विजय’ की तस्वीर लगते हैं, जैसा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने दावा किया, तो पाकिस्तान उसे अपनी जीत मानकर खुश हो सकता है।’ भारत ने जोर देकर कहा कि कोई भी ड्रामा या झूठ इस सच्चाई को छिपा नहीं सकता।
भारत ने खुलासा किया कि 9 मई तक पाकिस्तान भारत पर और हमलों की धमकी दे रहा था, लेकिन इसके अगले ही दिन यानी 10 मई को पाकिस्तान की सेना ने भारत से युद्धविराम की गुहार लगाई थी। इस बीच, भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कई वायुसेना ठिकानों को खत्म कर दिया था। उस विनाश की तस्वीरें आज भी हर जगह मौजूद हैं।
पाकिस्तान ने देखी ब्रह्मोस मिसाइलों की ताकत
भारत की ओर से यह बताया गया कि 22 अप्रैल को हुए पहलगाम नरसंहार के बाद, भारत ने पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों पर जबरदस्त कार्रवाई की थी। भारत की ब्रह्मोस मिसाइलों ने आतंकी अड्डों के साथ-साथ पाकिस्तान के मुख्य एयरबेसों को भी पूरी तरह तबाह कर दिया था।
दुनिया ने बहावलपुर और मुरिदके में आतंकी ठिकानों से मारे गए आतंकियों की तस्वीरें भी देखीं। यह भी देखा गया कि जब पाकिस्तान के बड़े सैन्य और नागरिक अधिकारी सार्वजनिक रूप से इन कुख्यात आतंकियों को श्रद्धांजलि दे रहे थे। भारत ने पाकिस्तान पर यह आरोप भी लगाया कि उसने 25 अप्रैल, 2025 को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकी संगठन ‘दि रेजिस्टेंस फ्रंट’ को जम्मू-कश्मीर में निर्दोष सैलानियों के नरसंहार के आरोप से बचाया था। भारत ने सवाल किया कि इसके बाद भी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शांति की बात कैसे कर सकते हैं?
‘खून और पानी साथ नहीं बहेंगे’
भारत ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पुराने और मजबूत बयान को दोहराया कि ‘खून और पानी एक साथ नहीं बहेंगे’। भारत ने साफ किया कि अगर पाकिस्तान सच में बातचीत चाहता है, तो उसे सबसे पहले अपने देश में मौजूद सभी आतंकी शिविरों को तुरंत बंद करना होगा और भारत में जिन आतंकियों की जरूरत है, उन्हें हमारे हवाले करना होगा।
भारत ने पाकिस्तान को नफरत, कट्टरता और असहिष्णुता से भरा देश कहा और सवाल किया कि वह इस महासभा में धर्म के मुद्दों पर कैसे उपदेश दे रहा है? भारत ने अपना रुख एक बार फिर साफ कर दिया है कि वह आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर ही आगे बढ़ेगा।
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