भंडारा: जिले के पचखेडी–दवडीपार मार्ग पर बीती सुबह एक गंभीर सड़क हादसा हुआ, जिसमें भंडारा की उपविभागीय अधिकारी (SDM) माधुरी तिखे की सरकारी वाहन पलट गई। इस हादसे में SDM माधुरी तिखे और उनके पति गंभीर रूप से घायल हुए। उन्हें भंडारा जिला अस्पताल के ICU में भर्ती कराया गया है और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
हादसे के पीछे का मामला
मिली जानकारी के अनुसार, SDM माधुरी तिखे अपनी सरकारी गाड़ी से अवैध बालू परिवहन करने वाले ट्रक का पीछा कर रही थीं। इसी दौरान, एक बालू माफिया ने अपनी बोलेरो पिकअप वाहन SDM की गाड़ी और ट्रक के बीच खतरनाक तरीके से दौड़ाई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उसने लगातार स्पीड बढ़ाना और ब्रेक लगाना शुरू किया, और SDM की गाड़ी को ओवरटेक करने से रोका।
अंततः उसने अचानक SDM की कार के सामने कट किया, जिससे वाहन का संतुलन बिगड़ा और गाड़ी सड़क किनारे के धान के खेत में पलट गई।
पुलिस कार्रवाई
SDM माधुरी तिखे की शिकायत पर कारधा पुलिस ने बोलेरो चालक और ट्रक चालक के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत गंभीर मामला दर्ज किया है। मामला अब बालू माफिया की सक्रियता और सरकारी अधिकारियों की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े कर रहा है।
सवाल अभी भी अनुत्तरित
इस घटना ने कई महत्वपूर्ण सवाल उठाए हैं –
SDM माधुरी तिखे ने प्रारंभिक सुबह के ऑपरेशन में अपने विभाग के किसी राजस्व अधिकारी या कर्मचारी को क्यों नहीं साथ लिया?
क्या ऐसे जोखिम भरे ऑपरेशन में सरकारी अधिकारी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के पर्याप्त इंतजाम थे?
बालू माफियाओं पर कार्रवाई करने के दौरान अन्य अधिकारियों की गैरमौजूदगी कितनी सुरक्षित थी?
ये घटना न केवल बालू माफिया के खिलाफ कार्रवाई बल्कि सरकारी सुरक्षा और प्रशासनिक सावधानी की भी परीक्षा बन गई है। इस मामले ने भंडारा जिले में अवैध बालू परिवहन और अधिकारियों की सुरक्षा पर नए सिरे से चर्चा को जन्म दिया है।
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