मुंबई: मुंबई पुलिस की अपराध शाखा (क्राइम ब्रांच यूनिट-7) ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए विदेश से संचालित हो रहे एक विशाल मेफेड्रोन (MD) ड्रग्स सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है। यह नेटवर्क सीधे दुबई से भारत में मेफेड्रोन के निर्माण और वितरण को नियंत्रित कर रहा था। पुलिस ने इस गिरोह के एक महत्वपूर्ण हैंडलर और अंडरवर्ल्ड डॉन सलीम डोला के करीबी माने जाने वाले मोहम्मद सलीम मोहम्मद सुहैल शेख को दुबई से प्रत्यर्पण के बाद गिरफ्तार किया है।
मोहम्मद सलीम शेख इस अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स नेटवर्क का एक अहम सदस्य था, जो दुबई में बैठकर महाराष्ट्र में सक्रिय मेफेड्रोन निर्माण गिरोह को समन्वयित कर रहा था। उसकी गिरफ्तारी को मुंबई पुलिस की अब तक की सबसे बड़ी ड्रग्स विरोधी कार्रवाइयों में से एक माना जा रहा है।
क्या है पूरा मामला?
इस पूरे सिंडिकेट का खुलासा इसी साल फरवरी महीने में कुर्ला, मुंबई में हुई एक कार्रवाई से हुआ था।
पहली गिरफ्तारी (फरवरी): मुंबई पुलिस ने कुर्ला इलाके में एक महिला को गिरफ्तार किया, जिसके पास से 641 ग्राम मेफेड्रोन (MD ड्रग), ₹12.20 लाख नकद और ₹1.5 लाख के सोने के गहने जब्त किए गए थे।
- नेटवर्क का खुलासा: पूछताछ में महिला ने बताया कि उसने यह ड्रग्स मिरा रोड निवासी साजिद मोहम्मद आसिफ शेख उर्फ डैब्स से खरीदा था।
- मिरा रोड से सांगली तक कनेक्शन: इसके बाद पुलिस ने साजिद शेख को गिरफ्तार किया और उसके घर से 3 किलो एमडी ड्रग्स (कीमत ₹6 करोड़) और ₹3.68 लाख नकद बरामद किया। साजिद की गिरफ्तारी से ही यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि यह पूरा नेटवर्क दुबई से संचालित किया जा रहा था, जिसका मुख्य अड्डा महाराष्ट्र के सांगली जिले में था।
सांगली में ₹245 करोड़ की एमडी फैक्ट्री ध्वस्त
जांच को आगे बढ़ाते हुए, क्राइम ब्रांच ने महाराष्ट्र में ड्रग्स निर्माण की जड़ तक पहुंचने का फैसला किया। पुलिस ने सांगली जिले के कवठे महाकाल थाने के इरळी गांव में छापा मारा और एक बड़ी ड्रग्स फैक्ट्री (कारखाना) का भंडाफोड़ किया। - बरामदगी: इस फैक्ट्री से पुलिस ने भारी मात्रा में 122.5 किलो मेफेड्रोन (कीमत ₹245 करोड़), ड्रग्स बनाने में उपयोग होने वाले उपकरण और एक वाहन जब्त किया।
- इस कार्रवाई में मौके से कुल 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
दुबई में छिपा मास्टरमाइंड गिरफ्तार
इस पूरे मामले में पुलिस को मुख्य मास्टरमाइंड मोहम्मद सलीम मोहम्मद सुहैल शेख की तलाश थी, जो लंबे समय से दुबई में छिपा हुआ था। शेख, जिसे सलीम डोला का करीबी भी बताया जा रहा है, D-गैंग के इस ड्रग्स सिंडिकेट का प्रमुख हैंडलर था।
मुंबई पुलिस के आग्रह पर, शेख के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस (Red Corner Notice) जारी की गई थी। कुछ सप्ताह पहले, उसे UAE (दुबई) में गिरफ्तार किया गया। कानूनी एवं प्रत्यर्पण की प्रक्रिया पूरी करने के बाद उसे भारत लाया गया।
- गिरफ्तारी: मुंबई पुलिस ने आरोपी मोहम्मद सलीम शेख को 22 अक्टूबर 2025 को औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया।
- न्यायिक हिरासत: अदालत ने आरोपी को 30 अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
अब तक का ब्योरा: ₹256 करोड़ की संपत्ति जब्त
इस मामले में मुंबई पुलिस अब तक 14 पुरुष और 1 महिला, यानी कुल 15 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस ने इस सिंडिकेट से जुड़े ₹256 करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त की है, जिसमें शामिल है:
- कुल मेफेड्रोन ड्रग्स– 126 किलो से ज्यादा
- नकद राशि- ₹3.62 करोड़
- अन्य जब्त संपत्ति
- सोने के गहने
- वाहन और स्थावर संपत्ति
वरिष्ठ अधिकारियों की देखरेख में ऑपरेशन सफल
इस जटिल और अंतरराष्ट्रीय स्तर के ऑपरेशन को पुलिस आयुक्त देवेन भारती, सह आयुक्त (गुन्हे) लखमी गौतम, अपर आयुक्त शैलेश बलकवडे, और डीसीपी (क्राइम डिस्क्लोजर-1) विशाल ठाकुर के मार्गदर्शन में सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया।
ऑपरेशन को सफल बनाने में यूनिट-7 घाटकोपर के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक आत्माजी सावंत, स.पो.नि. धनाजी साठे, उपनिरीक्षक स्वप्निल काळे, महेश शेलार, और उनकी पूरी टीम का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
मुंबई पुलिस की यह कार्रवाई भारत में बैठकर विदेशों से संचालित हो रहे ड्रग्स नेटवर्क के खिलाफ एक निर्णायक प्रहार है, जो संगठित अपराध और मादक पदार्थों की तस्करी पर लगाम लगाने की पुलिस की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
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