महाराष्ट्र के बदलापुर नगर परिषद चुनाव को लेकर राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है। शिवसेना (शिंदे गुट) द्वारा एक ही परिवार के 6 सदस्यों को टिकट देने के बाद विपक्षी दलों ने इस फैसले पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पार्टी के इस कदम को लेकर बीजेपी ने तीखी आलोचना की है और इसे “काबिल उम्मीदवारों की कमी” का संकेत बताया है।
मिली जानकारी के अनुसार, बदलापुर क्षेत्र में इस बार नगर परिषद चुनाव काफी चर्चा में है। शिवसेना शिंदे गुट ने मतारे परिवार के 6 सदस्यों को टिकट देकर बड़ा राजनीतिक दांव खेला है। पार्टी का कहना है कि ये फैसला स्थानीय स्तर पर लोकप्रियता और संगठनात्मक मजबूती को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। हालांकि, विपक्ष इसे खुलकर परिवारवाद और वंशवादी राजनीति करार दे रहा है।
बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया है कि शिंदे गुट के पास ऐसे योग्य उम्मीदवार नहीं हैं जो जनता के बीच मजबूत पकड़ रखते हों। विपक्ष का दावा है कि एक ही परिवार पर भरोसा जताना पार्टी की संगठनात्मक कमजोरी को दिखाता है और बदलापुर की जनता इस फैसले को लेकर नाराज है। बीजेपी ने ये भी कहा कि ये राजनीति में परिवारवाद को बढ़ावा देने वाला कदम है, जिससे लोकतांत्रिक प्रक्रिया प्रभावित होती है।
वहीं, शिवसेना शिंदे गुट ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मतारे परिवार लंबे समय से क्षेत्र में काम कर रहा है और जनसंपर्क में मजबूत है। पार्टी नेताओं का दावा है कि जनता का भरोसा ही उनके टिकट वितरण का आधार है, न कि कोई पक्षपात।
इस फैसले के बाद स्थानीय राजनीतिक समीकरण बदलते हुए दिख रहे हैं। बदलापुर नगर परिषद चुनाव हमेशा से महत्वपूर्ण रहा है, लेकिन इस बार टिकट वितरण को लेकर बढ़ा विवाद चुनावी माहौल को और तीखा बना रहा है। अब ये देखने वाली बात होगी कि मतदाता इस मुद्दे को किस रूप में लेते हैं और चुनाव परिणामों पर इसका कितना असर पड़ता है।
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