ठाणे और पालघर जिलों को जोड़ने वाली सड़कों के मामले में पिछले कुछ समय से समस्याएं चल रही थीं। औद्योगिकीकरण और शहरीकरण के साथ-साथ, संबंधित ठेकेदार द्वारा रखरखाव और मरम्मत की कमी के चलते सड़क खराब स्थिति में पहुंच गई थी, जिसकी हालत सामान्य सुधार कार्य से ठीक नहीं हो सकती थी।
लोक निर्माण मंत्री रवींद्र चव्हाण ने इस बेहद महत्वपूर्ण सड़क को पूरा करने के लिए रणनीतिक निर्णय लिया है। इस महत्वपूर्ण निर्णय से ठाणे और पालघर जिलों के ग्रामीण ट्रांसपोर्टरों और भारी वाहनों को काफी राहत मिली है।
मंत्री चव्हाण की पहल पर, 1 हजार 42 करोड़ रुपये के फंड को मंजूरी मिल गई है। पालघर जिले में मनोर से वाडा (राज्य मार्ग 34) और वाडा से भिवंडी (राज्य मार्ग 35) तक कुल 64.32 किमी लंबी चार लेन सड़क का विशेष रूप से पुनर्निर्माण होगा। इसमें शहरी बस्तियों के बीच सीमेंट कंक्रीटिंग, पक्की नालियां और सीवेज ड्रेनेज सिस्टम जैसे काम शामिल हैं।
मंत्री रवींद्र चव्हाण के विशेष प्रयासों से पिछले कुछ सालों से रुका हुआ इस हाईवे का काम आखिरकार शुरू हो गया है। यह सड़क सुधार परियोजना जनता के लिए काफी महत्वपूर्ण है और इस पर होने वाला काम जल्द पूरा होने की उम्मीद है।
निजीकरण के तहत, सड़क के आवश्यक रखरखाव और मरम्मत का काम ठीक से पूरा नहीं किया गया था जिससे सड़क बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी और यातायात के लिए असुरक्षित हो गई थी। कई दुर्घटनाएं होने के कारण, अनुबंध की शर्तों के अनुसार, 2019 में अनुबंध समाप्त करके रोड टैक्स संग्रह भी रोक दिया गया था।