मुंबई हाई कोर्ट ने एक ऐसे केस में ज़मानत दे दी है, जहां एक लड़के ने शराब के नशे में अपने ही दोस्त को चाकू मार दिया था। ये घटना दोस्त की बैचलर पार्टी में हुई थी। मरने वाले का नाम शिवम यादव था, और आरोपी है अर्जुन यादव। पुलिस ने तो हत्या का केस लगा दिया था, लेकिन कोर्ट ने माना कि ये सोच-समझ कर किया गया मर्डर नहीं था।
अरे भई, शादियों में अक्सर हंसी-मज़ाक होते ही रहता है, पर अर्जुन के साथ तो कुछ ज़्यादा ही हो गया! उसकी शादी तय हो गई थी, तो दोस्तों ने ज़ोर देकर बैचलर पार्टी रखवाई। अब बैचलर पार्टी हो और शराब ना हो, ऐसा हो सकता है क्या? 7 अप्रैल, 2022 को पार्टी के दौरान शिवम यादव ने नशे में अर्जुन को गालियां देना शुरू कर दिया। अब अर्जुन भी कहाँ पीछे हटने वाला था, दोनों में तीखी बहस शुरू हो गई। गुस्से में शिवम ने कुछ ऐसा बोल दिया होगा कि अर्जुन का दिमाग खराब हो गया, और उसने चाकू उठाकर शिवम पर हमला कर दिया! बेचारा शिवम वहीं ढेर हो गया…
अगले दिन चाकन पुलिस स्टेशन, पुणे, में हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया। सना रईस खान, जो अर्जुन की वकील हैं, बहुत तेज़ हैं। उन्होंने कोर्ट में कहा कि अर्जुन का इरादा अपने दोस्त को मारने का नहीं था। उसने बस आवेश में आकर ये कदम उठा लिया, इसलिए ये मर्डर नहीं गिना जाना चाहिए। इस दलील के बाद कोर्ट भी थोड़ा नरम पड़ गया! अर्जुन बेचारा दो साल से जेल में बंद था, और उसका कोई पुराना आपराधिक रिकॉर्ड भी नहीं है। फ़ैसला आने में अभी वक्त भी लग सकता है। इसलिए कोर्ट ने उसकी ज़मानत मंज़ूर कर ली।
पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं जहां दोस्ती में दरार आने से खून-खराबा हुआ है। शराब पीकर गाड़ी चलाना तो मना है, पर शराब पीकर पार्टी करना भी घातक हो सकता है! ये बात सबको ध्यान में रखनी चाहिए।