ऑनलाइन धोखाधड़ी ने बड़ी-बड़ी कंपनियों वालों तक के पसीने निकाल रखे हैं, तकनीक से वाकिफ लोगों को भी चूना लग जाता है। ऐसा ही वाकया एक 36 साल के टेक-सैवी (तकनीक में माहिर) व्यक्ति के साथ हो गया, जब उसे ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग के जाल में फंसा कर 10 लाख से ज़्यादा ठग लिए गए।
परेशान पीड़ित ने काशमीरा पुलिस स्टेशन के दरवाज़े खटखटाए। पुलिस इंस्पेक्टर राहुल सोनावणे, वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक राजेंद्र कांबले के मार्गदर्शन में अपनी टीम के साथ मामले की पड़ताल में जुट गए। तेज़-तर्रार पुलिसवालों ने जल्द ही उन बैंक खातों का पता लगा लिया जिनमें पैसा ट्रांसफर किया गया था।
बैंकों के चक्कर काट-काट कर, आखिरकार पुलिस ने 10.29 लाख रुपये फ्रीज़ करवाने में सफलता हासिल की! अदालत के आदेश पर सारी रकम पीड़ित के खाते में वापस भेज दी गई। काशमीरा पुलिस की इस कार्रवायी से अब तक साइबर अपराध के पीड़ितों का 1 करोड़ से अधिक रुपया बरामद हो चुका है! है ना कमाल की बात!
MBVV के प्रमुख मधुकर पांडे ने कहा कि ऐसे मामलों में शिकायत दर्ज कराने में देरी नहीं करनी चाहिए और अंजान लोगों से बात करते समय बेहद सावधानी बरतें।
साइबर अपराध की शिकायत दर्ज कराने के लिए स्थानीय पुलिस स्टेशन का दरवाजा हमेशा खुला है। इसके अलावा सीधे साइबर क्राइम सेल से भी संपर्क कर सकते हैं – फोन पर (1930) या ऑनलाइन शिकायत के लिए www.cybercrime.gov.in पर जाएं।