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रंगों से सजाएं होली, पर प्रकृति पर भी जाए ज़रा नज़र! – इको-फ्रेंडली होली मनाने के 11 नायाब तरीके

रंगों से सजाएं होली, पर प्रकृति पर भी जाए ज़रा नज़र! – इको-फ्रेंडली होली मनाने के 11 नायाब तरीके

दोस्तों, रंगों का त्यौहार यानि होली आने ही वाली है! खुशियों की तैयारी के साथ, क्यों ना इस बार होली को ऐसे मनाएं कि प्रकृति भी मुस्कुरा उठे! आइए, सीखते हैं कुछ नए और मज़ेदार तरीके जिनसे हम एक सुरक्षित और इको-फ्रेंडली होली खेल सकते हैं!

सूखी होली है रंगीन होली: पानी की बर्बादी ना हो, इसलिए सूखी होली खेलो! पिचकारी और गुब्बारों से सिर्फ कचरा ही बढ़ता है। सूखे रंगों से खेलने का मज़ा ही कुछ और है!

होली है खुशी से खेलने का नाम: किसी को भी ज़ोर-ज़बरदस्ती से रंग लगाना मज़ाक नहीं, बदतमीज़ी है! साथ ही, सड़कों पर राहगीरों या गाड़ी चलाने वालों पर रंग डालना दुर्घटना को बुलावा देना है!

कीचड़ में मस्ती स्वास्थ्य के लिए हानिकारक: होली के मज़े में कीचड़ से नहाना सेहत के लिए ठीक नहीं! और भी सावधानी ज़रूरी है! स्वच्छ तरीके से खेलें, खुशियों से होली मनाएं।

घर में रंग बनाएं, प्रकृति को बचाएं: हल्दी, चंदन, फूलों की पत्तियां…घर में ही मिल जाएंगे बढ़िया रंग बनाने के सामान! बाज़ार के केमिकल वाले रंगों से त्वचा भी खराब होती है।

गुब्बारे और प्लास्टिक से दूरी बनाएं: गुब्बारे और पिचकारी सिर्फ प्लास्टिक कचरा बढ़ाते हैं। रंग खेलने के पुराने ढंग अपनाएं– फूल बरसाएं या हाथों से होली खेलें!

जानवरों पर रंग डालना है क्रूरता: होली का मतलब हर कोई नहीं समझता! जानवरों पर रंग डालना उन्हें सताना है। अपनी खुशी के लिए बेज़ुबान जानवरों को ना सताएं।

घर की सजावट भी हो इको-फ्रेंडली: पुराने अखबार, रंग- बिरंगे कागज़…इनसे बनाएं झंडियां और सुंदर सजावट! प्लास्टिक की सजावट बाद में कूड़ेदान में ही जाती है।

होलिका दहन में कम करें प्रदूषण: लकड़ी जलाने की जगह गोबर के उपलों और नारियल के छिलकों से होलिका दहन करें। इससे कम धुआं उठेगा।और, कोई भी ऐसा सामान होलिका में ना जलाएं जिससे प्रदूषण बढ़े।

घर की बनी मिठाइयां सबसे बढ़िया: बाहर के खाने-पीने से परहेज़ करें!घर पर बनी मिठाइयां और पकवानों का लुत्फ उठाएं, वो भी सेहतमंद तरीके से।

होली खेलने के बाद भी है ज़िम्मेदारी: जहां होली खेली, वहां सफ़ाई ज़रूर करें। कागज़ के टुकड़े, खाली कप, सब उठाकर कूड़ेदान में डालें। अपनी गली-मोहल्ले को साफ रखना हमारा कर्तव्य है!

प्लास्टिक के बर्तन बिल्कुल ना इस्तेमाल करें: किसी भी आयोजन में डिस्पोज़ेबल का इस्तेमाल हो तो प्लास्टिक की जगह बायोडिग्रेडेबल बर्तन जैसे पत्तों से बने पत्तल-दोने चुनें।

होली पर बायोडिग्रेडेबल बर्तनों का इस्तेमाल वातावरण के लिए बहुत अच्छा रहेगा। Ecoware जैसी कंपनियां बढ़िया और सस्ते बायोडिग्रेडेबल प्लेट, कटोरी इत्यादि देती हैं। इनकी वेबसाइट पर जाकर आप भी अपना ऑर्डर दे सकते हैं!

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