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Alimony After Divorce: तलाक के बाद क्या चहल को देने होंगे 60 करोड़? आइए जानते हैं, क्या कहता है कानून

Alimony After Divorce: तलाक के बाद क्या चहल को देने होंगे 60 करोड़? आइए जानते हैं, क्या कहता है कानून

Alimony After Divorce: तलाक के बाद गुजारा भत्ता (Alimony) एक ऐसा मुद्दा है जो अक्सर चर्चा का केंद्र बन जाता है। हाल ही में, क्रिकेटर युजवेंद्र चहल और उनकी पत्नी धनश्री वर्मा के तलाक के बाद यह सवाल उठा है कि क्या चहल को 60 करोड़ रुपये गुजारा भत्ता देना पड़ेगा। यह मामला न केवल सेलेब्रिटीज के लिए, बल्कि आम लोगों के लिए भी जानना जरूरी है कि तलाक के बाद गुजारा भत्ता (Maintenance After Divorce) से जुड़े कानून क्या कहते हैं।

गुजारा भत्ता क्या होता है?

(What is Alimony?)

गुजारा भत्ता, जिसे अंग्रेजी में अलिमोनी (Alimony) या मेंटेनेंस (Maintenance) कहा जाता है, तलाक के बाद एक पक्ष को दी जाने वाली आर्थिक सहायता है। इसका मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि तलाक के बाद जो पक्ष आर्थिक रूप से कमजोर है, उसका जीवन-यापन सुचारू रूप से चल सके। यह भत्ता पति या पत्नी, किसी को भी मिल सकता है, लेकिन ज्यादातर मामलों में पति को पत्नी को भत्ता देना पड़ता है।

क्या पत्नी कितना भी भत्ता मांग सकती है?

(Can the Wife Demand Any Amount as Alimony?)

एक आम धारणा यह है कि तलाक के बाद पत्नी जितना चाहे, उतना गुजारा भत्ता मांग सकती है। हालांकि, यह पूरी तरह सच नहीं है। अदालत पत्नी की आर्थिक जरूरतों, पति की आय, दोनों की जीवनशैली और तलाक के कारणों को ध्यान में रखकर भत्ते की राशि तय करती है। यह राशि पति की आय और संपत्ति के अनुपात में होती है।

उदाहरण के लिए, अगर पति की आय बहुत अधिक है और पत्नी आर्थिक रूप से निर्भर है, तो अदालत उच्च भत्ता देने का आदेश दे सकती है। लेकिन अगर पत्नी की अपनी आय है और वह आत्मनिर्भर है, तो भत्ते की राशि कम हो सकती है या फिर उसे भत्ता नहीं दिया जा सकता।

क्या कामकाजी पत्नी को भत्ता मिलता है?

(Does a Working Wife Get Alimony?)

अगर पत्नी कामकाजी है और आर्थिक रूप से स्वतंत्र है, तो उसे गुजारा भत्ता देने की संभावना कम हो जाती है। भारतीय सुप्रीम कोर्ट ने कई मामलों में यह स्पष्ट किया है कि अगर पत्नी की आय उसके जीवन-यापन के लिए पर्याप्त है, तो उसे भत्ता देने की आवश्यकता नहीं है। हालांकि, अगर पत्नी की आय उसकी जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है, तो अदालत उसे कुछ सहायता देने का आदेश दे सकती है।

क्या पति भी मांग सकता है गुजारा भत्ता?

(Can the Husband Also Demand Alimony?)

जी हां, कानूनी रूप से पति भी गुजारा भत्ता मांग सकता है। हिंदू मैरिज एक्ट, 1955 के तहत, अगर पति आर्थिक रूप से कमजोर है और पत्नी के पास अधिक आय है, तो पति भी भत्ता मांग सकता है। हालांकि, ऐसे मामले बहुत ही कम देखने को मिलते हैं।

युजवेंद्र चहल और धनश्री वर्मा का मामला

(The Case of Yuzvendra Chahal and Dhanashree Verma)

युजवेंद्र चहल और धनश्री वर्मा के तलाक के बाद यह चर्चा हो रही है कि क्या चहल को 60 करोड़ रुपये गुजारा भत्ता देना पड़ेगा। हालांकि, अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है। अदालत दोनों पक्षों की आर्थिक स्थिति, जीवनशैली और अन्य कारकों को ध्यान में रखकर ही कोई फैसला करेगी।

Alimony After Divorce:

तलाक के बाद गुजारा भत्ता (Alimony After Divorce) एक जटिल मुद्दा है, जिसमें अदालत को कई पहलुओं पर विचार करना पड़ता है। यह सिर्फ पत्नी के लिए ही नहीं, बल्कि पति के लिए भी उपलब्ध है। युजवेंद्र चहल और धनश्री वर्मा के मामले में अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है, लेकिन यह मामला हमें यह याद दिलाता है कि तलाक के बाद गुजारा भत्ता से जुड़े कानून को समझना कितना जरूरी है।


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