महाराष्ट्र में महायुति की सरकार बनने के बाद भी राजनीतिक हलचल थमने का नाम नहीं ले रही है। सरकार के कई नेताओं के नाराजगी भरे बयान अब चर्चा का विषय बने हुए हैं। हाल ही में, डिप्टी सीएम अजित पवार और शिवसेना विधायक संजय गायकवाड के विवादित बयानों ने सियासी माहौल को गरमा दिया है।
क्या कहा संजय गायकवाड ने?
एकनाथ शिंदे की शिवसेना के बुलढाणा से विधायक संजय गायकवाड ने अपने एक बयान में मतदाताओं पर वोट बेचने का आरोप लगाते हुए कहा कि मतदाता शराब, मटन और चंद हजार रुपए के बदले अपना वोट बेच देते हैं। गायकवाड ने ये भी कहा कि, “मैंने करोड़ों रुपये के काम किए, फिर भी मुझे वोट नहीं मिले।” अब उनके इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
अजित पवार ने भी किया वोटरों का अपमान
संजय गायकवाड ही नहीं, बारामती में एक कार्यक्रम के दौरान डिप्टी सीएम अजित पवार ने भी जनता को लेकर तीखे शब्द कहे। उन्होंने कहा कि, “वोट दिया तो इसका मतलब ये नहीं कि मैं आपका नौकर हूं।” उनके इस बयान ने जनता और नेताओं के बीच के रिश्तों को लेकर नई बहस छेड़ दी है।
कम वोट से ही जीते हैं गायकवाड
संजय गायकवाड को इस बार चुनाव जीतने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। वे महज 841 वोटों के अंतर से अपनी सीट बचा पाए, जबकि 2019 के चुनाव में उन्होंने 26,000 वोटों से जीत दर्ज की थी। उनकी इस नाराजगी का असर अब उनके बयानों में साफ झलक रहा है।
पहले भी विवादों में रहे हैं गायकवाड
ये पहली बार नहीं है जब संजय गायकवाड अपने विवादित बयानों के लिए सुर्खियों में आए हैं। इससे पहले उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की जीभ काटने पर 11 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी। इस बयान के बाद भी वे तीखी आलोचना का सामना कर चुके हैं।
महाराष्ट्र की राजनीति में इस तरह के बयानों ने एक बार फिर सियासी गरमी बढ़ा दी है। नेताओं के इस तरह के विवादित बयान न केवल जनता की नाराजगी को बढ़ाते हैं, बल्कि राजनीतिक माहौल को भी और अधिक जटिल बनाते हैं।
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