अमरनाथ यात्रा 2025: बाबा बर्फानी के दर्शन का शेड्यूल जारीअमरनाथ यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए बड़ी खुशखबरी है। अमरनाथ यात्रा 2025 का शेड्यूल जारी कर दिया गया है। इस साल श्रद्धालु 3 जुलाई से 9 अगस्त तक बाबा बर्फानी के दर्शन कर सकेंगे। श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड की बैठक में इस यात्रा की कुल अवधि 38 दिन निर्धारित की गई है।
यात्रा पंजीकरण जल्द होगा शुरू
अमरनाथ यात्रा में शामिल होने के इच्छुक भक्तों के लिए पंजीकरण प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी, जिससे वे समय रहते अपनी यात्रा की योजना बना सकें। इस निर्णय को अंतिम रूप श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के चेयरमैन और जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में हुई बैठक में दिया गया। इस बैठक में जम्मू-कश्मीर के डीजीपी नलिन प्रभात, मुख्य सचिव अटल ढुल्लू सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
इस बार 38 दिनों तक चलेगी अमरनाथ यात्रा
पिछले वर्षों में अमरनाथ यात्रा 45 से 60 दिनों तक चलती थी, लेकिन इस बार यह अवधि 38 दिनों तक सीमित रखी गई है। 2024 में यह यात्रा 29 जून से 19 अगस्त तक चली थी, जबकि 2025 में यह 3 जुलाई से शुरू होकर रक्षाबंधन (9 अगस्त) को संपन्न होगी।
श्रद्धालुओं के लिए विशेष इंतजाम
अमरनाथ यात्रा के दौरान सुरक्षा, रहने और भोजन की विशेष व्यवस्था की जाएगी। ट्रस्ट और सरकार द्वारा श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष लंगर, मेडिकल सहायता और ठहरने की उचित व्यवस्था की जाएगी।
देशभर से उमड़ते हैं श्रद्धालु
आषाढ़ पूर्णिमा से शुरू होकर श्रावण पूर्णिमा तक चलने वाली यह यात्रा हिंदू धर्म के सबसे पवित्र तीर्थों में से एक मानी जाती है। हर साल देश के कोने-कोने से शिव भक्त बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए अमरनाथ पहुंचते हैं। इस दौरान भक्तों में अपार उत्साह देखने को मिलता है।
रजिस्ट्रेशन के लिए जरूरी दस्तावेज
अमरनाथ यात्रा में भाग लेने के लिए भक्तों को आधार कार्ड, पासपोर्ट, वोटर आईडी या ड्राइविंग लाइसेंस के साथ पासपोर्ट साइज फोटो जमा करनी होगी।
भगवान शिव का पवित्र तीर्थअमरनाथ यात्रा भगवान शिव के प्रमुख तीर्थों में से एक है। यहां भक्तों को प्राकृतिक रूप से बने दुर्लभ शिवलिंग के दर्शन होते हैं। कठिन पहाड़ी रास्तों से होकर भक्त इस पवित्र गुफा तक पहुंचते हैं, जहां महादेव की अद्भुत छवि के दर्शन होते हैं।
अब जब यात्रा का शेड्यूल जारी हो चुका है, तो जल्द ही रजिस्ट्रेशन शुरू होगा। यदि आप बाबा बर्फानी के दर्शन की योजना बना रहे हैं, तो अपनी तैयारियां शुरू कर दें।
ये भी पढ़ें: तेलंगाना सुरंग हादसा: 12 दिन बाद भी फंसे मजदूरों का पता नहीं, बचाव कार्य जारी